गिरिजानंदन शिव के दुलारे

Girijanandan Shiv Ke Dulaare

गिरिजानंदन शिव के दुलारे
रिद्धि सिद्धि के दाता
प्रथम पूज्य हो तुम देवो में
कार्तिकेय के भ्राता

गिरिजानंदन शिव के दुलारे
रिद्धि सिद्धि के दाता
प्रथम पूज्य हो तुम देवो में
कार्तिकेय के भ्राता

एक बार शंकर से पूछा पुत्रो ने भरमाये
प्रथम पूज्य कौन है सुरो में हमको बताये
कथा है इसकी बड़ी निराली जग सारा ये गाता

गिरिजानंदन शिव के दुलारे
शिव शंकर बोले वो तुममे
प्रथम पूज्य कहलाये
परिक्रमा जो तीनो लोको की
पहले जो कर आये

बड़ी कठिन है परीक्षा मेरी
देखो कौन निभाता
गिरिजानंदन शिव के दुलारे

कार्तिकेय कर मोर दूर सवारी गगन को ध्याये
गणपति ने गौरी शंकर के फेरे वही लगाए
कहने लगे ब्रह्माण्ड तुम्ही हो मेरे पिता और माता

गिरिजानंदन शिव के दुलारे
गद गद हो भोले ने
गण नायक को गले लगाया

बोले हे लम्बोदर तुहि प्रथम पूज्य कहलाया
पुत्र वही जो मात पिता के चरणों में सब पाता

गिरिजानंदन शिव के दुलारे
गिरिजानंदन शिव के दुलार
रिद्धि सिद्धि के दाता

प्रथम पूज्य हो तुम देवो में
कार्तिकेय के भ्राता
गिरिजानंदन शिव के दुलारे
https://www.youtube.com/watch?v=MJly027ZvN&showinfo=0

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