गिरिजानंदन शिव के दुलारे रिद्धि सिद्धि के दाता प्रथम पूज्य हो तुम देवो में कार्तिकेय के भ्राता गिरिजानंदन शिव के दुलारे रिद्धि सिद्धि के दाता प्रथम पूज्य हो तुम देवो में कार्तिकेय के भ्राता एक बार शंकर से पूछा पुत्रो ने भरमाये प्रथम पूज्य कौन है सुरो में हमको बताये कथा है इसकी बड़ी निराली