Top 10 Anup Jalota Bhajan Lyrics
Top 10 Anup Jalota Bhajan Lyrics
अनूप जलोटा (Anup Jalota) भारत के एक प्रसिद्ध भजन गायक हैं उन्हें भजन सम्राट के नाम से भी जाना जाता है। जो भारतीय संगीत इतिहास में अपनी विशेष छाप छोड़ रखते हैं। उनकी गायन शैली सबको मंत्रमुग्द कर लेती है। अनूप जी का जन्म 29 जुलाई 1953 को हुआ था और वे श्रीनाथ जी के नाम से भी प्रसिद्ध हैं। वे अपने संगीत करियर में भजनों, ग़ज़लों, और भारतीय शास्त्रीय संगीत की कई रचनाओं के लिए जाने जाते हैं।
अनूप जलोटा की कुछ प्रमुख भजन रचनाएँ:
अनूप जलोटा जी ने अपनी मधुर आवाज़ और शानदार संगीत के लिए बहुत से पुरस्कार भी जीते हैं। उन्होंने अपनी प्रभावशाली गायन क्षमता के लिए ही नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक संगीतकार के रूप में भी बहुत बड़ी पहचान बनाई है।
अनूप जलोटा जी का भजन संगीत लोगों के दिलों छू लेता है और उनकी भजन रचनाओं ने लोगों को आध्यात्मिकता की ओर मोहित किया है। उनका संगीत सुनने से लोगों में शांति और भक्ति की भावना का संचार होता है।
यहां कुछ अनूप जलोटा के प्रसिद्ध भजनों की सूची है, जो उनके लोकप्रिय भजनों में से कुछ हैं:
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चदरिया झीनी रे झीनी, राम नाम रस भीनी
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मैया मोरी मैं नहीं माखन खायो
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तेरा राम जी करेंगे बेडा पार
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मत कर तू अभिमान रे बंदे
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राधा के बिना श्याम आधा
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सीताराम सीताराम सीताराम कहिये
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श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
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सीताराम कहिये। जाहि विधि राखे राम
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आज अयोध्या में उत्सव निराला
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श्री गंगा चालीसा – जय जय जय जग पावनी,
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मैया मोरी, मैं नहीं माखन खायो।
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मन शिव में ऐसे रमा है ये भूल गए हम कहाँ है।
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राम रमैया गाए जा राम से लगन लगाए जा
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भरत भाई, कपि से उरिन हम नाहीं, कपि से उरिन हम नाहीं
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प्रेम मुदित मन से कहो राम राम राम
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मन में लगन हो तो, प्रभु मिल जाएंगे
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दुःख सुख दोनो कुछ पल के, कब आये कब जाये
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तेरे मन में राम, तन में राम, रोम रोम में राम
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तू दयाल दीन हौं तू दानी हौं भिखारी
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आनंद उमंग भयो, जय हो नन्द लाल की।
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जग में सुन्दर है दो नाम,
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“मैं तो आरती उतारूं रे संगी”
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“मेरे मन का मंदिर”
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“श्रीराम चले वनवास”
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“तेरे मन में राम – भजन”
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“श्रीकृष्णा गोविंद हरे मुरारी”
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“रघुपति राघव राजाराम”
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“ओम नमः शिवाय”
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“मेरे दिल में रहने वाला”
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“जय जगदीश हरे”
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“गोविंद जय जय गोपाल जय जय”
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“राधा कृष्णा भजन”
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“कर चरण कृपा धारीने”
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“बजरंग बाण”
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“हे गोविंद हे गोपाल”
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“ओ पालन हारे”
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“मातृभूमि प्रणाम”
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“जग में सुंदर है दो नाम”
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“जय हे जगदीश हरे”
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“भगवान जब बनाएं बन्दे”
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“रचा रचा राम सिया राम”
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“गौरी गणेश उमा नाथ”
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“हे राम हे राम”
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“अंधेरे में ज्योति”
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“अच्युतम केशवम”
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“भगवान कहे”
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“आरती कुन्जबिहारी की”
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“हे गोपाल कृष्णा करुणा सिंधु”
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“तेरे प्यार में मैं रहूँ”
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“श्रीकृष्ण शरणमम”
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“आपके भजनों को सुनकर”
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“ओ कान्हा अब तो मुरली की”
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“भजन कीर्तन करो हमारा”
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“रात श्याम सपने में आये”
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“राम सिया राम”
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“तेरी मुरली की धुन सुनकर”
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“हे राधा हे कृष्ण”
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“गोविंद बोल हरे गोपाला बोल”
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“मेरी सुन ले आरती द्रोणाचाल”
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“ओ कृष्ण कन्हैया नंदलाला”
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“राधे राधे बोल”
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“ओ साईं नाथ”
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“मेरे मन में बस गए”
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“कोई बोले राम राम”
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“भजन करो भगवान का भजन करो”
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“भजो रे भजन हरि का सांग”
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“जब से तुमको देखा है”
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“श्याम बनवारी को आज मुकुट मिला”