मेरी छोटी सी है नाव, तेरे जादू भरे पॉंव, मोहे डर लागे राम, मैं कैसे बिठाऊँ मेरी नॉंव में, तुम हो सबके तारणहार, कर दो मेरा बेड़ा पार, सुनो मेरे सरकार, मैं कैसे बिठाऊँ मेरी नॉंव में।। ◾️ इक पत्थर से बन गई नारी, लकडी की है नाव हमारी, चलता उससे रोजगार, पालूँ मेरा परिवार,