श्याम श्याम श्याम मेरे ………2 बाबा हाय………बाबा …………… तेरा क्या मुझसे नाता तू इतना प्यार लुटाता नहीं मैं क़ाबिल तेरे तू फिर क्यों साथ निभाता मुझको प्रभु इतना बता क्यों माफ़ की मेरी हर खता ओ बाबा तू इतना बता दे है बता दे बता दे बता दे बाबा मुझको क्यों इतनातु चाहे है बता
जग उजियारा है ये दीनो का सहारा है ये ……2 कोई पाया न इसका पार अपना सावरिया सरकार ………2 हारे का सहारा है ये देव निराला है ये ……2 हलयवती का लाल अपना सावरिया सरकार ………2 ◾️ खाटू में दरबार लगा के करता है इन्साफ ……2 पापी से भी पापी को भी कर देता है
मेरी लाज रखना मेरी लाज रखना मेरी लाज रखना मेरी लाज रखना तेरे द्वारे आया मैं बाबा तेरी शरण में आया मैं बाबा बात रखना मेरी लाज रखना मेरी लाज रखना ◾️ तू है दाता और मैं हूँ भिखारी कैसे निभेगी अपनी यारी …2 बन के भिखारी आया मैं बाबा झोली भरना …… मेरी लाज
खाटू वाले रो साथ कोई तोह म्हारे काई करासी कोई तोह म्हारे काई करासी ◾️ जय कोई म्हारे श्याम धनि ने सांचे मन से ध्यावे काल कपाल श्री सांवरिये के भगत से घबरावे जे कोई पकड्यो है बाबा जी रो हाँथ कोई तोह बांको काई करासी म्हारे सर पे है बाबा जी रो हाँथ खाटू
चालो चला खाटू धाम बुलावे घुसरी वाला श्याम आ गयो फागणियो…..2 रंग रंगीलो फागण आयो श्याम धनि को न्युतो ल्यायो थाने पति भेजो श्याम उड़िके घुसड़ी वाला श्याम आ गयो फागणियो ◾️ चालो चला खाटू धाम बुलावे घुसरी वाला श्याम आ गयो फागणियो चंग घनेरा बाजन लागया भगत हिलमिल नाचन लाग्या बोलो सगला जय श्री
मुझे श्याम तेरा सहारा न होता तो दुनिया में मेरा गुज़ारा न होता …2 ◾️ जीने को जीते थे मगर मर मर कर जीते थे मज़बूरी में दिन रात मेरे रो रो कर बीते थे रो रो कर तुझको पुकारा न होता …2 तो दुनिया में मेरा गुज़ारा न होता …2 मुझे श्याम तेरा सहारा
लो आ गया, अब तोह श्याम, मैं शरण तेरी लो आ गया, अब तोह श्याम, मैं शरण तेरी ◾️ जाने कहा कहा पर, भटका तेरा ये दीवाना दर ये तुम्हारा बाबा, मेरा आखिरी ठिकाना जाने कहा कहा पर, भटका तेरा ये दीवाना दर ये तुम्हारा बाबा, मेरा आखिरी ठिकाना जिसपे किया भरोसा, उसने ही आँख
तेरे ही भरोसे बाबा, मेरा परिवार है, मेरा परिवार है, आज भी है और, कल भी रहेगा, तेरा ही सहारा मुझको, तेरा ही आधार है, आज भी है और, कल भी रहेगा।। ◾️ तेरी किरपा से श्याम, सुखी परिवार है मेरा, मेरा जीवन है खुशहाल, बड़ा उपकार है तेरा, मेरा तो पालनहारा, तू ही दातार
दर्शन को तरसते है, दो नैना ये बावरे, मेरे श्याम चले आओ, मेरे श्याम चले आओ, कहीं चैन नहीं तुम बिन, मुझको मेरे सांवरे, मेरी प्यास बुझा जाओ, मेरे श्याम चले आओ।। ◾️ क्यूँ भूल गए हो तुम मुझे, चरणों से लगा के, क्यों छूप गए हो तुम मुझे, दिवाना बना के, निष्ठुर ना बनो