Tag: Shri Krishna Bhajan

मोहे आन मिलो श्याम बहुत दिन बीत गए

मोहे आन मिलो श्याम, बहुत दिन बीत गए। बहुत दिन बीत गए, बहुत युग बीत गए ॥ ◾️ राह तकत के हारी अँखियां, फिर भी आस लगाए यह अँखियां। अब आई जीवन की श्याम, बहुत दिन बीत गए॥ ◾️ राधा की अँखियन के तारे, मन हर मोहन नन्द दुलारे, मेरे मन में बस जाओ श्याम,

सहीयां नहीं जांदीयां तेरीयां जुदाईयां वे

साडी गली आ वे श्यामा, अँखियां विछाईया वे, सहीयां नहीं जांदीयां तेरीयां जुदाईयां वे ◾️ हर पल हर घडी तेरियां उडीकां ने, तुहिओ दस पाईआं कानू लम्बीयां तरीकां ने। तेरे झूठे लारेयां ते आंखियां भर आईयां ने, सहीआं नहीं जांदीयां… ◾️ याद तेरी दिल विचो कड नहीं सकदी, प्रेम कित्ता दिलो तैनू छड़ वी नहीं

हम पर नज़र कृपा की करना करुणामयी श्यामा प्यारी

हम पर नज़र कृपा की करना, करुणामयी श्यामा प्यारी करुणा रस बरसाती रहना, करुणामयी श्यामा प्यारी ◾️ करे गुणगान तेरा निस दिन, नाम रस पान करे निसदिन। नाम की बहती गंगा में सभी इसनान करे निस दिन यही विनती करे तुमसे, यही विनती करे तुमसे, करुणा मई श्यामा प्यारी… ◾️ रहे हम दूर गुनाहो से,

ये तो बता दो बरसाने वाली

ये तो बता दो बरसानेवाली, मैं कैसे तुम्हरी लगन छोड़ दुंगा, तेरी कृपा से है यह जीवन है मेरा, कैसे तुम्हारी लगन छोड़ दुंगा, ◾️ ना पूछा किये मैने अपराध क्या क्या, क्या ये जमीन असमान हिल ना जाइए॥ जब तक श्री राधे शमा ना करोगी॥ कैसे तुम्हरे चरण छोड दूंगा॥ ◾️ बहुत ठोकरे खा

फूलों में सज रहे हैं, श्री वृन्दावन बिहारी

फूलों में सज रहे हैं, श्री वृन्दावन बिहारी। और संग में सज रही है वृषभानु की दुलारी॥ ◾️ टेडा सा मुकुट सर पर रखा है किस अदा से, करुना बरस रही है, करुना भरी निगाह से। बिन मोल बिक गयी हूँ, जब से छबि निहारी॥ ◾️ बहिया गले में डाले जब दोनों मुस्कुराते, सब को

मेरा आपकी कृपा से सब काम हो रहा है

मेरा आपकी दया से सब काम हो रहा है। करते हो तुम कन्हिया मेरा नाम हो रहा है॥ ◾️ पतवार के बिना ही मेरी नाव चल रही है। हैरान है ज़माना मंजिल भी मिल रही है। करता नहीं मैं कुछ भी, सब काम हो रहा है॥ ◾️ तुम साथ हो जो मेरे, किस चीज की

मेरी लगी श्याम संग प्रीत

मेरी लगी श्याम संग प्रीत ये दुनिया क्या जाने -2 मुझे मिल गया मन का मीत ये दुनिया क्या जाने -2 क्या जाने कोई क्या जाने -2 मेरी लगी श्याम संग प्रीत ये दुनिया क्या जाने -2 मुझे मिल गया मन का मीत ये दुनिया क्या जाने -2 ◾️ छवि लगी मन श्याम की जब

मैं तो तुम संग होरी खेलूंगी मैं तो तुम संग

मैं तो तुम संग होरी खेलूंगी, मैं तो तुम संग वा वा रे रासिया, वा वा रे छैला वा रे लंगरवा, होरी के घरवा ◾️ सास ससुर ने नाही डरूंगी, सईया के बोल सब सह लुंगी, होरी खेलूंगी ◾️ ना चाहिए अब महल अटरयिा छोटी सी झोपड़िया में रह लूंगी, होरी खेलूंगी ◾️ ना चाहिए

मुरली बजा के मोहना क्यों कर लिया किनारा

मुरली बजा के मोहना क्यों कर लिया किनारा। अपनों से हाय कैसा व्यवहार है तुम्हारा॥ ◾️ ढूंढा गली गली में, खोजा डगर डगर में। मन में यही लगन है, दर्शन मिले दुबारा॥ मुरली बजा के मोहना… ◾️ मधुबन तुम्ही बताओ, मोहन कहाँ गया है। कैसे झुलस गया है, कोमल बदन तुम्हारा॥ मुरली बजा के मोहना…

मनमोहना कान्हा सुनो ना तुम बिन पाऊं कैसे चैन

मनमोहना….मनमोहना… कान्हा सुनो ना… तुम बिन पाऊं कैसे चैन… तरसूं तुम्ही को दिन रेन.. छोड़ के अपने काशी- मथुरा आके बसो मोरे नैन यौम बिन पाऊं कैसे चैन…कान्हा… तरसूं तुम्ही को दिन- रैन इक पल उजियारा आये, इक पल अँधियारा छाये, मन क्यूं ना घबराये, कैसे ना घबराये.. मन जो कोई गाना हाँ अपनी राहों