श्याम राधे कोई ना कहता, कहते राधे श्याम जन्म जन्म भाग्य जगा दे एक राधा का नाम राधा के बिना श्याम आधा, कहते राधे श्याम बोलो राधे राधे राधे बोलो राधे ◾️ व्यर्थ पड़ा माला बिन मोती, व्यर्थ रही दीपक बिन ज्योति चंदा बिना चाँदनी जैसी, सूरज बिना धूप ना होती बिना राधा के कहा
राधिका गोरी से बिरज की छोरी से, मैया करादे मेरो ब्याह, उम्र तेरी छोटी है नज़र तेरी खोटी है, कैसे करादू तेरो ब्याह, ◾️ जो नहीं ब्याह कराये, तेरी गैया नहीं चराऊ, आज के बाद मेरी मैया तेरी देहली पर न औ, आएगा रे मज़्ज़ा रे मज़्ज़ा अब जीत हार का, राधिका गोरी से बिरज
मुझे चरणों से लगा ले मेरे श्याम मुरली वाले मेरी सांस सांस में तेरा है नाम मुरली वाले मुझे चरणों से लगा ले मेरे श्याम मुरली वाले ◾️ मेरी सांस सांस में तेरा है नाम मुरली वाले भक्तो की तुमने कान्हा विपदा है तारी मेरी भी ब्याह थामो आ के बिहारी बिगड़े बनाये तुमने हर
सपने में रात में आया मुरली वाला री मेरे दिल में बस गयो श्याम जपू मैं माला री ..2 ◾️ वो बोला सुन मेरी राधा माई तेरे बिना हू आधा मेरी बंसी तुझे पुकारे आ दौड़ी यमुना किनारे ..2 मुझे ग्वाल बाल में प्यार ग्वाल बाल में प्यारा कृष्ण गोपाला री मेरे दिल में बस
तेरे हर दुःख में तेरे हर दुःख में हर सुख में यही काम आएगा. रिश्ता तू बना ले श्याम से आराम पायेगा …2 रिश्ता तू बना ले श्याम से आराम पायेगा …2 ◾️ ये ऐसा सच्चा साथी हर दुःख में साथ निभाए इस जग में हार गया जो उसे बढ़ कर गले लगाए जब ठुकरा
जब से थामा है तूने सावरिया मेरा हाथ …2 खुद ही बन जाती मेरी …2 बिगड़ी हर बात ………… जब से थामा है तूने सावरिया मेरा हाथ …2 ◾️ हर गया था मैं तो मनमोहन पतझड़ सा बन गया था ये जीवन नज़र उठा के जब तूने देखा बदल गयी इस किस्मत की रेखा …2
जगत के रंग क्या देखूं तेरा दीदार काफी है। क्यों भटकूँ गैरों के दर पे तेरा दरबार काफी है॥ ◾️ नहीं चाहिए ये दुनियां के निराले रंग ढंग मुझको, निराले रंग ढंग मुझको चली जाऊँ मैं वृंदावन चली जाऊँ मैं वृंदावन तेरा श्रृंगार काफी है जगत के रंग क्या देखूं तेरा दीदार काफी है ◾️
कन्हैया ले चल परली पार, साँवरिया ले चल परली पार। जहां विराजे राधा रानी, अलबेली सरकार॥ विनती मेरी मान सनेही, तन मन है कुर्बान सनेही, कब से आस लिए बैठी हूँ, जग को बाँध किये बैठी हूँ, मैं तो तेरे संग चलूंगी। ले चल मुझको पार॥ साँवरिया ले चल परली पार… गुण अवगुण सब तेरे
तू कितनी अच्छी है, तू कितनी भोली है, प्यारी प्यारी है, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ। यह जो दुनिया है, वन है कांटो का, तू फुलवारी है, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ॥ ◾️ दुखन लागी हैं माँ तेरी अँखियाँ, मेरे लिए जागी है तू सारी सारी रतिया। मेरी निदिया
तुम हमारे थे प्रभुजी, तुम हमारे हो तुम हमारे ही रहोगे, हो मेरे प्रीतम॥ ◾️ हम तुम्हारे थे प्रभुजी, हम तुम्हारे हें हम तुम्हारे ही रहेंगे, ओ मेरे प्रीतम॥ ◾️ तुम्हें छोड़ सुन नन्द दुलारे कोई न मीत हमारो॥ किस्के दुआरे जाएँ पुकारूँ और न कोई सहारो ॥ अब तो आके बाहाँ पकड़ लो, ओ