श्लोक – राम तने रंग राची मैं तो, साँवरिया रंग राची, कोई कहे मीरा बाँवरी, कोई कहे मदमाती। ◾️ कान्हा की दीवानी, मीरा हो गई बदनाम, कान्हा की दीवानी, दीवानी कान्हा की, मीरा हो गई बदनाम, अपने तन की सुध बुध भूली, भूले जग के काम, कान्हा की दिवानी, मीरा हो गई बदनाम।। ◾️ प्रेम
यूँ ही होता रहे तेरा ये दीदार सांवरे, मेरी बगिया में तू है तो बहार सांवरे।। ◾️ कोई तेरे जैसा कहा दिलदार सांवरे, किसी और ने किया ना ऐतबार सांवरे, तेरा मुझपे बड़ा है उपकार सांवरे, मेरी बगिया में तू है तो बहार सांवरे, यूँ ही होता रहे तेरा ये दीदार सांवरे, मेरी बगिया में
अब तू ही बता गोपाल, कुण पार लगावेगो, कुण आड़े आवेगो, अब तू ही बता गोपाल, कुण पार लगावेगो।। ◾️ दुनिया तेरी ऐसी है, बटका सा भरे मेरे, गर तू नहीं होवे तो, नैया ने डूबोगे रे, नैया ने डूबोगे रे, फस गई मझधारा में, कुण राह दिखावेगो, कुण पार लगावेगो, कुण आड़े आवेगो, अब
मेरे प्यारे कन्हैया, ओ बंसी बजैया, फिर से बंसी बजाने तू आजा, छोटी गैया चराने आजा, छोटी गैया चराने आजा, मेरे प्यारे कन्हैया, तू बंसी बजैया।। ◾️ देवकी ने जायो, को जशोदा जी बतायो, कोई नन्द बतायो, कोई वासु जी बतायो, यशुमति ने तुझपे जो, ममता लुटाई, सबको फिर से बताने तू आजा, फिर से
अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं, राम नारायणं जानकी बल्लभम। कौन कहता हे भगवान आते नहीं, तुम मीरा के जैसे बुलाते नहीं। अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं, राम नारायणं जानकी बल्लभम। कौन कहता है भगवान खाते नहीं, बेर शबरी के जैसे खिलाते नहीं। अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं, राम नारायणं जानकी बल्लभम। कौन कहता है भगवान सोते नहीं, माँ