September 27, 2018
संतोषी माता चालीसा – बन्दौं सन्तोषी चरण रिद्धि-सिद्धि दातार।
॥दोहा॥ बन्दौं सन्तोषी चरण रिद्धि-सिद्धि दातार। ध्यान धरत ही होत नर दुःख सागर से पार॥ भक्तन को सन्तोष दे सन्तोषी तव नाम। कृपा करहु जगदम्ब अब आया तेरे धाम॥ ॥चालीसा॥ जय सन्तोषी मात अनूपम। शान्ति दायिनी रूप मनोरम॥ सुन्दर वरण चतुर्भुज रूपा। वेश मनोहर ललित अनुपा॥1॥ श्वेताम्बर रूप मनहारी। माँ तुम्हारी छवि जग से न्यारी॥