चलो शिव शंकर के मंदिर में भक्तो, जय हो भोले नाथ जय हो शिव शम्भू श्लोक लिया नाम जिसने भी शिवजी का मन से, उसे भोले शंकर ने अपना बनाया, खुले उस पे सब द्वार शिव की दया के, जो श्रद्धा से भोले के मंदिर में आया॥ ◾️हर हर महादेव की जय हो, शंकर शिव
हे भोले शंकर पधारो, हे भोले शम्भू पधारो, बैठे छिप के कहाँ, जटाधारी पधारो, गंगा जटा में तुम्हारी, हम प्यासे यहाँ॥ महा सती के पति, मेरी सुनो वंदना। हे भोले शंकर पधारो, बैठे छिप के कहाँ। आओ मुक्ति के दाता, पड़ा संकट यहाँ॥ भगीरथ को गंगा, प्रभु तुमने दी थी। सगर जी के पुत्रों को,
रे मन शिव का सुमिरण कर, शिव से आदि शिव से अंत है, शिव ही अजर अमर, रे मन शिव का सुमिरण कर॥ ◾️सत्य सजीव सनातन सुन्दर, शिव ही सकल सुजान, शिव ही नाद अबाद अगोचर, शिव ही ताले सवर, रे मन शिव का सुमिरण कर, रे मन शिव का सुमिरण कर॥ ◾️शिव ही दृश्य
जिस दिन भोले जी तेरा दर्शन होगा, जिस दिन भोले जी तेरा दर्शन होगा, उस दिन सफल मेरा जीवन होगा॥ ◾️भोले के लिए तो में दीपक लेकर जाउंगी, भोले न मिलेंगे तो में वापस नहीं आउंगी, उसी दीपक संग जलना होगा, उस दिन सफल मेरा जीवन होगा॥ ◾️गोरा के लिए में तो चुनर लेके जाउंगी,
निराले दूल्हे में मतवाले दूल्हे में सज रहे भोले बाबा निराले दूल्हे में।। देखो भोले बाबा की अजब है बात, चले हैं संग ले कर के भूतों की बारात, सज रहे भोले बाबा निराले दूल्हे में।। है भेस निराला, जय हो पीये भंग का प्याला, जय हो सर जटा चढ़ाये, जय हो तन भसम लगाए,
शिवनाथ तेरी महिमा आ आ, शिवनाथ तेरी महिमा, जब तीन लोक गाये, नाचे धरा गगन तो आ आ, नाचे धरा गगन तो, झूमें दसो दिशाएँ, शिव नाथ तेरी महिमा, जब तीन लोक गाये॥ ◾️तू देव सबसे न्यारा, तुझको नमन हमारा, लाये है तेरे द्वारे, दर्शन की कामनाये, शिव नाथ तेरी महिमा, शिवनाथ तेरी महिमा, पंछी
बाबा भोले बाबा भोले भंडारी आये दर पे तेरे पुजारी जय सोमेष्वर जय भूमेश्वर जय कैलाशी जय अभिलाषी प्रभु मेरे मन को बना दे शिवाला, तेरे नाम की मैं जपूं रोज माला। प्रभु मेरे मन को बना दे शिवाला, तेरे नाम की मैं जपूं रोज माला। अब तो मनो कामना है यह मेरी, जिधर देखूं
चालो रे सखियाँ चलो, हिमालय के द्वारे आज। गोरा बाई रो बींद निरखस्यां गोरो है या कालो राज।। ऐसा कामण म्हारे, शिव बोले ने सोहे राज। शिव भोले ने सोहे, यह तो गोरा बाई ने मोहे राज।।1।। बाघम्बर का वस्त्र पहेरे, अंग विभूति रमावे राज। मस्तक पर तो चन्द्रमा सोहे, जटा में गंगा बिराजे ओ