मेरा भोलेनाथ ऐसा भक्तो का रखवाला हैं, मेरा भोलेनाथ ऐसा, भक्तो का रखवाला हैं, सचमुच में भोला भाला है, मेरा भोलेनाथ ! ◾️है भांग का रसिया, कैलाश का बसिया, रमिया राम रंग का, है चंद्र मस्तक पर, गले में है विषधर, है धारक गंग का, शरणागत की प्रेम भक्ति का, यही देव मतवाला है, सचमुच
शंकर भोलानाथ है हमारा तुम्हारा हमारा तुम्हारा, महाकाल की नगरी मे पाउ जनम दोबारा ◾️इस नगरी के कंकर पथर हम बन जाए, भक्त हमारे उपर चड़कर मंदिर जाए, भक्तजनो के पाव पड़े तो हो उद्धार हमारा, बाबा भोलानाथ है हमारा तुम्हारा ◾️जब भी ये तन त्यागु त्यागु क्षिप्रा तट पर , इतना करना स्वामी ओर
ॐ नमः शिवाय बोलो ॐ नमः शिवाय, शिव शंभू का महामंत्र है, मुक्ति का उपाय, ॐ नमः शिवाय बोलो ॐ नमः शिवाय॥ ◾️जब-जब डोले जीवन नैया शिव की महिमा गाओ, सारे जग के हैं वो रचैया शिव की शरण में आओ, संकट आये कष्ट रुलाए जब जब जी घबराए, ॐ नमः शिवाय, बोलो ॐ नमः
संकट का नजारा है, अब तू ही सहारा है, डमरू वाले भोले भाले, मेने दामन पसारा है।। ◾️त्रिभुवन में बड़ा सबसे, महादेव कहाता है, भव डूबती नैया को, तू ही पार लगाता है, मालिक है ज़माने का, किश्ती का किनारा है, डमरू वाले भोले भाले, मेने दामन पसारा है।। ◾️चौखट से तेरी कोई, खाली नही
पार करो मेरा बेडा भव से, हे शिव शंकर कैलाशी, पार करो मेरा बेडा भव से, हे शिव शंकर कैलाशी, आस लगाए दर पे खड़ी हूँ, तेरे चरणों की दासी, पार करो मेरा बेडा भव से, हे शिव शंकर कैलाशी॥ ◾️पार करो मेरा बेडा भव से, हे शिव शंकर कैलाशी, तीनो लोक में नाम तुम्हारा,
कैसे मैं शिव को मनाऊ हो शिव मानत नाही, कैसे भोले को मैं मनाऊ हो भोले मानत नाही।। ◾️लाडू और पेड़ा वाके मनहु ना भावे, भांग धतूरा कहाँ पाऊ हो, शिव मानत नाही।। ◾️हल्दी और कंकु वाके मनहु ना भावे, मुर्दे की भस्मी कहा पाउ हो, शिव मानत नाही।। ◾️ताल तलैया वाके मनहु ना भावे,
दिल मे तू शिव के नाम की, ज़रा ज्योति जला के देख, आएगा आएगा डमरू वाला, दिल से बुला के देख।ॐ। ◾️किस्मत के ताले खोलना, बाबा के हाथ है, एक तेरे कष्ट मिटना, पल भर की बात है, किस्मत के ताले खोलेगा, ज़रा ताली बजा के देख आएगा आएगा डमरू वाला, दिल से बुला के
जय बोलो महाकाल की, श्लोक आदिदेव महादेव का, जो करते है गुणगान, जनम मरण का उनको निज ही, हो जाता सब ज्ञान, काल से रक्षा करते, शिवजी काटे सब जंजाल, हरपल भजते रहो रे भक्तो, जय जय जय महाकाल॥॥ ◾️आओ मिलकर गाये महिमा, हम कालो के काल की, जय बोलो महाकाल की जय बोलो, जय
मेरे भोले के दरबार में सबका खाता है, जितना तेरे भाग्य में लिखा उतना ही पाता है, मेरे भोले के दरबार में सबका खाता है, शिव लहरी के दरबार में सबका खाता है॥ ◾️चाहे अमीर हो चाहे गरीब हो, उनको एक समान, सबकी बिगड़ी वो ही बनाये, सबकी बिगड़ी वो ही बनाये, वो सबके भगवान,