January 3, 2018
दुनिया के रंग रूप में क्यों हो गया मगन।
दुनिया के रंग रूप में, क्यों हो गया मगन, आजा आजा आजा शरण, ले पकड़ माँ के चरण।। श्लोक – हे जगत जननी, भवानी शारदे, माँ हमें भी ज्ञान का भंडार दे, तेरे सेवक सुर असुर नर और मुनि, तेरी सेवा सेवको को तार दे, मुझको भी चरणों की सेवा में लगा, माँ मै नहीं