आये है गणेश बप्पा, आज मोरे अंगना। आये है गणेश बप्पा, आज मोरे अंगना॥ चरण पखारू माथे तिलक लगाऊ रे, प्रथमे गणेश पूजा आरती सजाऊ रे, झोलियाँ फैलाओ मांगो, दिल से जो है मांगना। आये है गणेश बप्पा, आज मोरे अंगना॥ माँ को भी लाये रिद्धि सिद्धि को भी लाये, शुभ और लाभ संग में
ये भगवा रंग, रंग रंग, जिसे देख जमाना हो गया दंग, जिसे ओढ़ के नाचे रे बजरंग, मुझे चढ़ गया भगवा रंग रंग, मुझे चढ़ गया भगवा रंग रंग॥ ये भगवा रंग है ऋषि मुनि, और संतो का, हिन्द के वीर बलियो का, और महंतो का, मुझें चढ़ गया भगवा रँग रंग, मुझें चढ़ गया
तक़दीर मुझे ले चल मैयाजी की बस्ती में दरबार में हर रंग के दीवाने मिलेंगे, आपस में बड़े प्यार से बेगाने मिलेंगे, हर देश से पहुचेंगी दर्शन को निगाहे, चारो तरफ ही माई के परवाने मिलेंगे। तक़दीर मुझे ले चल मैयाजी की बस्ती में, ये उम्र गुजर जाये मैयाजी की बस्ती में। तक़दीर मुझे ले