कुछ तो है सरकार तेरी सरकारी में, क्या रखा है झूठी दुनियादारी में, दो पहलु संसार के दो रुख वाली रीत, दिन अच्छे तो सब अपने दूरबीन मिले ना मीत, साथ तेरा.. मिले-2, लाचारी में, कुछ तो है सरकार तेरी सरकारी में, मौसम से बदले यहाँ, लोगो का व्यवहार झूठे रिश्ते, झूठे नाते, झूठा है
लो आ गया अब तो श्याम मैं शरण तेरी, मैं शरण तेरी मैं शरण तेरी, जाने कहा कहा पर भटका तेरा दीवाना, दर ये तुम्हारा बाबा मेरा आखिरी ठिकाना, जिसपे किया भरोसा उसने ही आंख फेरी, लो आ गया अब तो श्याम मैं शरण तेरी, मुझे थाम ले दुखो से, आया हु हार करके, थक
क्यूँ घबराऊ मैं, क्यूँ घबराऊ मैं, मेरा तो श्याम से नाता है, क्यूँ घबराऊ मैं, मेरा तो श्याम से नाता है, मेरी यह जीवन गाड़ी, मेरी यह जीवन गाड़ी, श्याम चलता है, क्यूँ घबराऊ मैं, मेरा तो श्याम से नाता है-(2) जब जब मुझको पड़ती है दरकार, श्याम हमेशा रहता है तैयार-(2) श्याम ने मुझपे
कभी रूठना ना मुझसे तू श्याम सांवरे मेरी ज़िन्दगी है अब तेरे नाम सांवरे कभी रूठना ना मुझसे तू श्याम सांवरे मेरी ज़िन्दगी है अब तेरे नाम सांवरे मेरे सांवरे सवेरा तेरे नाम से तेरे नाम से ही ज़िन्दगी की श्याम सांवरे कभी रूठना ना मुझसे तू श्याम सांवरे मेरी ज़िन्दगी है अब तेरे नाम
जग उजियारा है ये दीनो का सहारा है ये ……2 कोई पाया न इसका पार अपना सावरिया सरकार ………2 हारे का सहारा है ये देव निराला है ये ……2 हलयवती का लाल अपना सावरिया सरकार ………2 ◾️ खाटू में दरबार लगा के करता है इन्साफ ……2 पापी से भी पापी को भी कर देता है
मेरी लाज रखना मेरी लाज रखना मेरी लाज रखना मेरी लाज रखना तेरे द्वारे आया मैं बाबा तेरी शरण में आया मैं बाबा बात रखना मेरी लाज रखना मेरी लाज रखना ◾️ तू है दाता और मैं हूँ भिखारी कैसे निभेगी अपनी यारी …2 बन के भिखारी आया मैं बाबा झोली भरना …… मेरी लाज
चालो चला खाटू धाम बुलावे घुसरी वाला श्याम आ गयो फागणियो…..2 रंग रंगीलो फागण आयो श्याम धनि को न्युतो ल्यायो थाने पति भेजो श्याम उड़िके घुसड़ी वाला श्याम आ गयो फागणियो ◾️ चालो चला खाटू धाम बुलावे घुसरी वाला श्याम आ गयो फागणियो चंग घनेरा बाजन लागया भगत हिलमिल नाचन लाग्या बोलो सगला जय श्री
मुझे श्याम तेरा सहारा न होता तो दुनिया में मेरा गुज़ारा न होता …2 ◾️ जीने को जीते थे मगर मर मर कर जीते थे मज़बूरी में दिन रात मेरे रो रो कर बीते थे रो रो कर तुझको पुकारा न होता …2 तो दुनिया में मेरा गुज़ारा न होता …2 मुझे श्याम तेरा सहारा
लो आ गया, अब तोह श्याम, मैं शरण तेरी लो आ गया, अब तोह श्याम, मैं शरण तेरी ◾️ जाने कहा कहा पर, भटका तेरा ये दीवाना दर ये तुम्हारा बाबा, मेरा आखिरी ठिकाना जाने कहा कहा पर, भटका तेरा ये दीवाना दर ये तुम्हारा बाबा, मेरा आखिरी ठिकाना जिसपे किया भरोसा, उसने ही आँख
लुट गया सरकार मेरा अपने भक्तो के लिए, हार भी जाता हैं बाबा अपने भगतो के लिए, रोते रोते जो भी जाता श्याम के दरबार में, रोतो को पल में हसाता अपने भगतो के लिए, लुट गया सरकार मेरा… सोना चांदी हीरे मोती से कभी न रिजता, भावो के तंदुल में विकता श्याम भक्तो के