साईं नाम की धुन लागी, मन है साईं मतवाला, दिन रात करूँ भक्ति, दिन रात करूँ भक्ति, तू शक्ति देने वाला, साईं नाम की धुन लागी, मन है साई मतवाला।। तू ही मेरा स्वामी हैं, तू ही है मेरा दाता, भक्ति मेरा जीवन है, भक्तो से तेरा नाता, मैं तेरी शरण में हूँ, तू हैं
जब से देखा तुम्हे जाने क्या हो गया, ओ शिरडी वाले बाबा मैं तेरा हो गया, तू दाता है तेरा पुजारी हूँ मैं, तेरे दर का ए बाबा भिखारी हूँ मैं, तेरी चौखट पे दिल है मेरा खो गया, ओ शिरडी वाले बाबा मैं तेरा हो गया, जब से मुझको ए श्याम तेरी भक्ति मिली,
एक फकीरा आया शिर्डी गाँव मे, आ बैठा एक नीम की ठंडी छाँव मे। होठो पे मुस्कान है छाले पाब में, आ बैठा एक नीम की ठंडी छाँव मे॥ कभी अल्लाह अल्लाह बोले, कभी राम नाम गुण गाये। कोई कहे संत लगता है, कोई पीर फ़क़ीर बताये। कभी अल्लाह अल्लाह बोले, अल्लाह…, अल्लाह… कभी अल्लाह
ओम साईं राम, ओम साईं श्याम, ओम साईं भगवान साईं राम, साईं श्याम, साईं भगवान शिर्डी के दाता सबसे महान साईं राम, साईं श्याम, साईं भगवान शिर्डी के दाता सबसे महान करूणा के सागर दया निधान शिर्डी के दाता सबसे महान साईं राम, साईं श्याम, साईं भगवान शिर्डी के दाता सबसे महान साईं चरण की
श्री साँई के चरणों में, अपना शीश नवाऊं मैं, कैसे शिरडी साँई आए, सारा हाल सुनाऊ मैं कौन है माता, पिता कौन है, यह न किसी ने भी जाना। कहां जन्म साँई ने धारा, प्रश्न पहेली रहा बना कोई कहे अयोध्या के, ये रामचन्द्र भगवान हैं। कोई कहता साँई बाबा, पवन-पुत्र हनुमान हैं कोई कहता