December 26, 2017
दर्शन को तरसते है दो नैना ये बावरे
दर्शन को तरसते है, दो नैना ये बावरे, मेरे श्याम चले आओ, मेरे श्याम चले आओ, कहीं चैन नहीं तुम बिन, मुझको मेरे सांवरे, मेरी प्यास बुझा जाओ, मेरे श्याम चले आओ।। ◾️ क्यूँ भूल गए हो तुम मुझे, चरणों से लगा के, क्यों छूप गए हो तुम मुझे, दिवाना बना के, निष्ठुर ना बनो