सुनियो थे हमरी पुकार ओ श्री बजरंग बाला, वीर हो अंजनी के लाल वीर हो सालासर वाला। शीश मुकुट भाल तिलक विराजे थारे, कानों में कुण्डल विशाल।। सुनियो थे हमरी पुकार…. काँधे जनेऊ सुंदर हार गल पुष्पन का सोहे, और जड़ाऊ मोतियन माल।। सुनियो थे हमरी पुकार…. विजय पताका घोटा हाथ में लिया हो भारी,