Tag: Ravindra jain

हरि सुंदर नंद मुकुंद, हरि नारायण हरि ओम।।

बांके बिहारी की बांसुरी बाँकी, पेसुदो करेजा में घाउ करेरी मोहन तान ते होए लगाओ तो औरन ते अलगाउ करेरी गैर गली घर घाट पे घेरे कहा लगी कोउ बचाउ करेरी जादू पड़ी रस भीनी छड़ी मन बेतत् काल प्रभाउ करेरी जादू पड़ी रस भीनी छड़ी, मन बेतत् काल प्रभाउ करेरी मोहन नाम सो मोहन

बांके बिहारी की बांसुरी बाँकी, पेसुदो करेजा में घाउ करेरी

बांके बिहारी की बांसुरी बाँकी, पेसुदो करेजा में घाउ करेरी मोहन तान ते होए लगाओ तो औरन ते अलगाउ करेरी गैर गली घर घाट पे घेरे कहा लगी कोउ बचाउ करेरी जादू पड़ी रस भीनी छड़ी मन बेतत् काल प्रभाउ करेरी जादू पड़ी रस भीनी छड़ी, मन बेतत् काल प्रभाउ करेरी मोहन नाम सो मोहन

राम धुन लागि श्री राम धुन लागि, मन हमारा हुआ

राम धुन लागि श्री राम धुन लागि, मन हमारा हुआ,राम राम जी का सुआ, बोले राम राम,हरपल राम राम, निशदिन राम राम,जय श्री राम राम, हे राम ही राम रटे बैरागी, राम धुन लागि श्री राम धुन लागि।। ◾️ बिन कारण रोए हँसे, अजब हमारा हाल, हम गाते है राम धुन, दुनिया देती ताल, श्री

राम कहानी सुनो रे राम कहानी, कहत सुनत आवे आँखों में पानी

राम कहानी सुनो रे राम कहानी कहत सुनत आवे आँखों में पानी श्री राम जय जय राम ◾️ दशरथ के राज दुलारे, कौशल्या की आँख के तारे वे सूर्य वंश के सूरज, वे रघुकुल के उज्जयारे राजीव नयन बोलें मधुभरी वाणी राम कहानी सुनो रे राम कहानी ◾️ शिव धनुष भंग प्रभु करके, ले आए

ओ मईया तैने का ठानी मन में, राम-सिया भेज दइ री वन में

ओ मईया तैने का ठानी मन में, राम-सिया भेज दइ री वन में -2 हाय री तैने का ठानी मन में, राम-सिया भेज दइ री वन में -2 यधपि भरत तेरो ही जायो, तेरी करनी देख लज्जायो, अपनों पद तैने आप गँवायो। भरत की नजरन में, राम-सिया भेज दइ री वन में, हठीली तैने का

ऐसे हैं मेरे राम, ऐसे हैं मेरे राम, विनय भरा ह्रदय करे सदा

ऐसे हैं मेरे राम, ऐसे हैं मेरे राम, विनय भरा ह्रदय करे सदा जिन्हें प्रणाम। ह्रदय कमल, नयन कमल, सुमुख कमल, चरण कमल, कमल के तुम तेज पुंज छवि ललित ललाम, ऐसे हैं मेरे राम, ऐसे हैं मेरे राम॥ राम सा पुत्र ना राम सा भ्राता, राम सा पति नहीं राम सा त्राता। राम सा