हाथ जोड़ कर मांगता हूं, ऐसा हो जन्म, तेरे नाम से शुरू, तेरे नाम पे खत्म।। तेरे चलते बनी मेरी पहचान सावरे, वरना गली गली में घूमते, हो हो.. ओ, वरना गली गली में घूमते, हम बनके बावरे अब उठेगा तेरी राहो में जो, मेरा हर कदम, तेरे नाम से शुरू………।। जाने अनजाने में ऐसा
॥दोहा॥ श्री गुरु पद नमन करि, गिरा गनेश मनाय। कथूं रामदेव विमल यश, सुने पाप विनशाय॥ द्वार केश से आय कर, लिया मनुज अवतार। अजमल गेह बधावणा, जग में जय जयकार॥ ॥चौपाई॥ जय जय रामदेव सुर राया, अजमल पुत्र अनोखी माया। विष्णु रूप सुर नर के स्वामी, परम प्रतापी अन्तर्यामी। ले अवतार अवनि पर आये,
हम तो आए हैं बाबा रूनीचा गांव में प्यार की छाव मे बैठाए रखना रामापीर रामापीर क्या कहूँ मैं बाबा मेरे चाहूँ पाऊं नित दर्शन तेरे गंगा-जमुना-सरस्वती बहे रामदेव आप स्नान करे रामापीर रामापीर तुमने ना जाने यहाँ कितनो को तारा हर कोई लगता यह देखो दिवाना तुम ही से शुरू तुम ही पे कहानी