रामायण का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। रामायण में हर एक किरदारों का अपना एक अलग महत्व है। रामायण के बारे में ज़्यादातर लोगों को टीवी, सीरियल या राम-लीला देखकर ही जानकारी मिली है। राम का नाम और रामायण चौपाई कलियुग में एक अंतिम आधार है। जो हर प्राणी को संसार रुपी महा समुद्र
श्रीगणेशायनमः श्रीजानकीवल्लभो विजयते श्रीरामचरितमानस पञ्चम सोपान श्री सुन्दरकाण्ड ॥श्लोक॥ शान्तं शाश्वतमप्रमेयमनघं निर्वाणशान्तिप्रदं ब्रह्माशम्भुफणीन्द्रसेव्यमनिशं वेदान्तवेद्यं विभुम्। रामाख्यं जगदीश्वरं सुरगुरुं मायामनुष्यं हरिं वन्देऽहं करुणाकरं रघुवरं भूपालचूडामणिम्॥1॥ भावार्थ:-शान्त, सनातन, अप्रमेय (प्रमाणों से परे), निष्पाप, मोक्षरूप परमशान्ति देने वाले, ब्रह्मा, शम्भु और शेषजी से निरंतर सेवित, वेदान्त के द्वारा जानने योग्य, सर्वव्यापक, देवताओं में सबसे बड़े, माया से मनुष्य