तुम्हारी शरण मिल गई सांवरे, तुम्हारी कसम ज़िंदगी मिल गई, हमें देखने वाला कोई न था, तुम जो मिले बंदगी मिल गई, बचाते ना तुम डूब जाते कन्हैया, कैसे लगा…ते-किनारे पे नैया, गमें ज़िंदगी से परेशान थे, रोते लबो को हंसी मिल गई, समज के अकेला सताती है दुनिया, सितम पे सितम हम पे… ढाती