हम हाथ उठाकर कहते हैं, हम हो गये राधा रानी के, (हम हो गए राधा रानी के) वृन्दावन की महारानी के, राधे वृषभान दुलारी के, राधे संतों की प्यारी के, हम हाथ उठाकर कहते हैं, हम हो गए राधा रानी के। हम हो गए राधा रानी के, राधे वृषभान दुलारी के, राधे रसिकों की प्यारी
राधे कृष्ण की ज्योति अलौकिक, तीनो लोक में छाए रही है॥ भक्ति विवश एक प्रेम पुजारिन, फिर भी दीप जलाये रही है। कृष्ण को गोकुल से राधे को, (कृष्ण को गोकुल से राधे को) बरसाने से बुलाय रही है॥ दोनों करो स्वीकार कृपा कर, जोगन आरती गाये रही है, दोनों करो स्वीकार कृपा कर, जोगन
अपनी वाणी में अमृत घोल (अपनी वाणी में अमृत घोल) ओ रसना राधे राधे बोल ये बोल बड़े अनमोल। ओ रसना राधे राधे बोल… राधाजी बरसाने वाली, राधाजी वृषभानु दुलारी। (राधाजी बरसाने वाली, राधाजी वृषभानु दुलारी) दो अक्षर आधार जगत के (दो अक्षर आधार जगत के) ये अक्षर अनमोल। ओ रसना राधे राधे बोल… रसना
कैसे जिऊ मैं राधा रानी तेरे बिना, मेरा मन ही ना लागे तुम्हारे बिना। मेरे पापों का कोई ठिकाना नहीं, तेरी प्रीत क्या होती जाना नहीं, शरण देदो मेरे अवगुण निहारे बिना। कैसे जिऊ मैं राधा रानी तेरे बिना… मोहे प्रीत की रीत सिखा दो प्रिया, अपनी यादो में रोना सिखा दो प्रिया, जीवन नीरस
मिश्री से मिठो नाम, हमारी राधा रानी को, राधा रानी को, हमारी श्यामा प्यारी को, मिश्री ते मिठो नाम, हमारी… बाबा है वृषभान कुंवर जी, मैया कीर्ति-२ ब्रज में बरसानो धाम, हमारी राधा रानी को, मिश्री ते मिठो नाम, हमारी… तीन लोक चौदह भवनो की, स्वामिनी श्यामा जु-२ चरणन को चाकर श्याम, हमारी राधा रानी
छायें काली घटाये तो क्या, तेरे आँचल के नीचे हूँ मैं, आगे आगे वो चलती मेरे, अपनी श्यामा के पीछे हूँ मैं, उसने पकड़ा मेरा हाथ है, फिर डरने की क्या बात है। श्यामा प्यारी मेरे साथ है, फिर डरने की क्या बात है, उसने पकड़ा मेरा हाथ है, मेरी श्यामा की क्या बात है,
राधा कौन से पुण्य किये तूने, जो हरी रोज़ तेरे घर आते है॥ राधा जब सोलह शृंगार करे, प्रभु दर्पण आप दिखाते है, राधा कौन से पुण्य किये तूने॥ राधा जब पनघट पे जावे, प्रभु मटकी आप उठाते है, राधा कौन से पुण्य किये तूने॥ राधा जब भोग तैय्यार करे, हरी आकर भोग लगाते है,
श्यामा तेरे चरणों की…. राधे तेरे चरणों की, गर धूल जो मिल जाए। सच कहता हूँ मेरी, तकदीर बदल जाए। श्यामा तेरे चरणों की, राधे तेरे चरणों की॥ सुनता हूँ तेरी रहमत, दिन रात बरसती है। एक बूँद जो मिल जाए, दिल की कली खिल जाए। श्यामा तेरे चरणों की, राधे तेरे चरणों की॥ यह