अरज सुण ले रे रामा-२ म्हारो राम रुणीजा वालो, अरज सुण ले रे रामा। हां जामो बिराजे हरी ने केसरियो रे रामा, तो सिर पर पचरंगी पाग, अरज सुण ले रे रामा। हां धोलो घोड़ीलो मुख हांसलो रे रामा, तो मोत्या से जड़ी है लगाम, अरज सुण ले रे रामा। हां कमर कटारो सोवे बांकड़ों