बाबा रामदेवजी ओ थाने खम्मा घणी, अजमल जी रा कवरा थाने खम्मा घणी, बाबा रामदेवजी ओ थाने खम्मा घणी, (बाबा रामदेवजी ओ थाने खम्मा घणी) अजमल जी रा कवरा थाने खम्मा घणी, थे मरूधर रा हो देव थारी, ध्वजा फिरूके सारे देश में, साचा मन से धावे उनरो रो, जन्म सफल होवे मलका, (माता नेणाधरा