December 26, 2017
मुरली वाले ने घेर लयी
मुरली वाले ने घेर लयी, अकेली बनिया गयी। मै तो गयी थी यमुना तट पे, कहना खड़ा था री पनघट पे। बड़ी मुझ को रे देर भई, अकेली बनिया गयी॥ ◾️ श्याम ने मेरी चुनरी झटकी, सर से मेरे घिर गयी मटकी। बईया मेरी मरोड़ गयी, अकेली बनिया गयी॥ ◾️ बड़ा नटखट है श्याम सवारिया,