श्लोक – प्रथमे गुरूजी को वंदना,द्वितीये आदि गणेश, तृतीये सुमिरा शारदा, मेरे कंठ करो प्रवेश। तेरी वंदना करूँ मै,प्रथमे गणेश देवा, माता है गौरा तेरी,पिता है महादेवा, तेरी वंदना करूँ में,प्रथमे गणेश देवा।। देवो के देवता हो,कहते है देव सारे, देवो के देवता हो,कहते है देव सारे, संसार को पता है,हर शख्श जानता है, पूजा
तेरी जय हो गणेश तेरि जय हो गणेश, तेरि जय हो गणेश तेरि जय हो गणेश॥॥ श्लोक-प्रथमे गौरा जी को वंदना, द्वितीये आदि गणेश,त्रितिये सुमीरु शारदा, मेरे कारज करो हमेश॥॥ तेरी जय हो गणेश तेरि जय हो गणेश, तेरि जय हो गणेश तेरि जय हो गणेश॥॥ किस जननी ने तुझे जनम दियो है, किस जननी ने तुझे जनम दियो
गौरा माँ के लाल तेरी जय होवे, जय होवे तेरी जय होवे, जय होवे तेरी जय होवे, गौरा माँ के लाल तेरी जय होवे।। जगमग जगमग करता मंदर, जगमग जगमग करता मंदर, रहते हो प्रभु जिसके अंदर, रूप है तेरा विशाल, तेरी जय होवे, गौरा माँ के लाल तेरी जय होवे।। ब्रम्हा विष्णु और शिव
गणपति जी गणेश नू मनाइये, सारे काम रास होणगे, हर काम नाल पहला ही धियाइये, सारे काम रास होणगे, गणपति जी गणेश नू ध्याइये, सारे काम रास होणगे, सारे काम रास होणगे।। गौरा माँ दा मान है गणपत, शिव जी दा वरदान है गणपत, पेहला लड्डूवा दा भोग लगाइये, सारे काम रास होणगे, गणपति जी