Tag: Marwadi Bhajan

मन रे काई करबा ने आयोVerified Lyrics 

मन रे काई करबा ने आयो, वृथा जन्म लियो धरती पर। जन्म लेर पछतायो॥ मिनख जमारो दियो रामजी, प्रारब्ध से पायो। थारी-म्हारी करता करता, कदै न हरि गुण गायो। मन रे कांई करबा ने आयो॥ मृग-तृष्णा में फंसग्यो भान्दू, दौड़-दौड़ कर धायो। कदै न प्यास मिटी न थारी, सूखो सरवर पायो। मन रे कांई करबा

काया ने सिंगार कोयलिया, पर मंडली मत जइजो रेVerified Lyrics 

काया ने सिंगार कोयलिया, पर मंडली मत जइजो रे। (काया ने सिंगार कोयलिया, पर मंडली मत जइजो रे) पर मंडली रा नही भरोसा, अध बिच में रूल जावो रे। (पर मंडली रा नही भरोसा, अध बिच में रूल जावो रे) काया ने सिंगार कोयलिया… खारे समुन्द्र रो खारो पानी, वो पानी मत लाहिजो रे। (खारे