सुबह शाम आठो याम यहीं नाम लिए जा, खुश होंगे हनुमान राम राम किए जा। लिखा था राम नाम वो, पत्थर भी तर गए, किए राम से जो बैर, जीते जी वो मर गए, बस नाम का रसपान, ए इंसान किए जा। खुश होंगे हनुमान राम राम किए जा। राम नाम की धुन पे नाचे