जुलम कर डारो, सितम कर डारो। कारे ने कर दियो लाल, जुलम कर डारो।। अरे नज़र मोहन मतवारो, राधा जी करे इशारो। रे नैना सुं करो कमाल, जुलम कर डारो।। सब घेर लियो ब्रज नारी, नखराली गामन वारी। रे के चली गजब की चाल, जुलम कर डारो।। काजल की डिबिया लायी, अंगिया साड़ी पहनाई। मुखड़े