मोहे आन मिलो श्याम, बहुत दिन बीत गए। बहुत दिन बीत गए, बहुत युग बीत गए ॥ ◾️ राह तकत के हारी अँखियां, फिर भी आस लगाए यह अँखियां। अब आई जीवन की श्याम, बहुत दिन बीत गए॥ ◾️ राधा की अँखियन के तारे, मन हर मोहन नन्द दुलारे, मेरे मन में बस जाओ श्याम,
साडी गली आ वे श्यामा, अँखियां विछाईया वे, सहीयां नहीं जांदीयां तेरीयां जुदाईयां वे ◾️ हर पल हर घडी तेरियां उडीकां ने, तुहिओ दस पाईआं कानू लम्बीयां तरीकां ने। तेरे झूठे लारेयां ते आंखियां भर आईयां ने, सहीआं नहीं जांदीयां… ◾️ याद तेरी दिल विचो कड नहीं सकदी, प्रेम कित्ता दिलो तैनू छड़ वी नहीं
हम पर नज़र कृपा की करना, करुणामयी श्यामा प्यारी करुणा रस बरसाती रहना, करुणामयी श्यामा प्यारी ◾️ करे गुणगान तेरा निस दिन, नाम रस पान करे निसदिन। नाम की बहती गंगा में सभी इसनान करे निस दिन यही विनती करे तुमसे, यही विनती करे तुमसे, करुणा मई श्यामा प्यारी… ◾️ रहे हम दूर गुनाहो से,
ये तो बता दो बरसानेवाली, मैं कैसे तुम्हरी लगन छोड़ दुंगा, तेरी कृपा से है यह जीवन है मेरा, कैसे तुम्हारी लगन छोड़ दुंगा, ◾️ ना पूछा किये मैने अपराध क्या क्या, क्या ये जमीन असमान हिल ना जाइए॥ जब तक श्री राधे शमा ना करोगी॥ कैसे तुम्हरे चरण छोड दूंगा॥ ◾️ बहुत ठोकरे खा