अजी मैं तो राम ही राम, भजूँ री मेरे राम… राम ही पार लगावेंगे.. जल थल गगन मण्डल में राम राम ही पार लगावेंगे.. तन मोरा राम, मन मोरा राम तन मोरा राम, मन मोरा राम.. मोरा कण-कण हो.. राम ही राम राम ही पार लगावेंगे। बाहर राम, भीतर राम बाहर राम, भीतर राम.. मोरा
छोड़ के सारी दुनिया, आया मैं तेरे दर पर, सतगुरु मेहर कर, सतगुरु मेहर कर… मुझमे भी बहुत अवगुन हैं, मैं गुनहगार हूँ, उजड़ा पड़ा जो बरसों से, मैं वो दयार हूँ, हर पल लगता है डर… सतगुरु मेहर कर.. तूफानों में है मेरी कश्ती, मुझसे दूर किनारा, मैं और पुकारूँ किसको, बिन तेरे कौन
भोले चले भोले चले बम बम बम, डारो की डार चले हर हर पुकार चले, शमभू जय जय कार चले बम बम, ॐ कुंजा चले हम हम हुंकार चले, चले बारंबार चले बम बम बम। आस्था के रथ में भोले के पथ में, कांटे हो या हो रहो पे पत्थर, भोले के घन है कितने
शिव शम्भो शिव शम्भो, शम्भो करतो सब संभव, ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्, उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥ बड़े भाग्य से मिला है जीवन, जीव जगत जल थल कण कण, अंडज पिंडज जड़ चेतन, सब में है शिवयम वंदन॥ शिव शम्भो शिव शम्भो, शम्भो करतो सब संभव। यह भवसागर की उथल पुथल, और कर्मो के लेख
आदियोगी, दूर उस आकाश की गहराइयों में, इक नदी से बह रहे हैं आदियोगी, शून्य सन्नाटे टपकते जा रहे हैं, मौन से सब कह रहे हैं आदियोगी, योग के इस स्पर्श से अब, योगमय करना है तन मन, सांस शाश्वत सनन सननन, प्राण गुंजन घनन घननन, उतरे मुझ में आदियोगी, योग धारा छलक छनछन, सांस
शम्भू की पियारी, गिरिराज की दुलारी, गिरिजग गबग गबग गबग गरुड़ गौर वाली, तू घंटा घहराहके घुमाके कूद घंटावाली, करत निहाल खुशहाल फड़ वाली तू, दमक दमक दामिनी सी, चमक चला के चंडी, डपट के दरिद्रमार दौड़-दौड़ आली तू, शान वाली शूल वाली त्रिशूल वाली खड़ग वाली, काली तू मां.. काली तू मां.. काली.. भवानी..दयानी..भवानी..दयानी..
हाथ जोड़ के बोली गवरजा हाथ जोड़ के बोली गवरजा तीनो लोक बसाए बसती में तीनो लोक बसाए बसती में आप बसे वीराने में जी आप बसे वीराने में अजी राम भजो जी, राम भजो जी राम भजो जी, राम भजो जी शिव का वंदन किया करो अजी शिव का वंदन किया करो जी बगड़
दोहा - आग लगी आकाश में, तो झर झर गिरे अंगार, संत न होते जगत में, तो जल मरता संसार। चलती चक्की देखकर, दिया कबीरा रोय, दो पाटन के बीच में, साबुत बचा न कोय। मैं भूल गया रे भजन तेरा करना बाबा, भूल गया रे, मैं भुल गया रे भजन तेरा करना बाबा, भूल
रामा ओ रामा रे, रामा ओ रामा रे रामा ओ रामा रे, रामा ओ रामा रे रामा ओ रामा रे, रामा ओ रामा रे दिल खोले, मिल के बोलो, सारे बोलो, सीता राम, जीना क्या उस का जीना, जो लेता कभी ना, सिया वर राम का नाम॥ रामा ओ रामा रे, रामा ओ रामा रे