कान्हा तेरे दर पे आई कान्हा तेरे दर पे सब सुख मोह को त्याग के मैं आई तेरे दर पे ओह कान्हा आई तेरे दर पे ◾️ तू जग दाता तू ही विधाता तू मंगलमय तू दुःख हरता तू रुख मोड़ दे चारो दिशा का तेरे दर पे मैं आई कान्हा ◾️ सारे जहां का