हे राम, हे राम जग में साचो तेरो नाम हे राम, हे राम ◾️ तू ही माता, तू ही पिता है तू ही तो है राधा का श्याम हे राम, हे राम ◾️ तू अंतर्यामी, सबका स्वामी तेरे चरणों में चारो धाम हे राम, हे राम ◾️ तू ही बिगड़े, तू ही सवारे इस जग
सबसे ऊंची प्रेम सगाई दुर्योधन के मेवा त्याग्यो, साग विदुर घर खाई। जूठे फल शबरी के खाये, बहु विधि स्वाद बताई। राजसूय यज्ञ युधिष्ठिर कीन्हा, तामे जूठ उठाई। प्रेम के बस पारथ रथ हांक्यो, भूल गये ठकुराई। ऐसी प्रीत बढ़ी वृन्दावन, गोपियन नाच नचाई। प्रेम के बस नृप सेवा कीन्हीं, आप बने हरि नाई। सूर
सावरिया मन भाया रे-२ सांवरिया मन भाया रे-२ सोहिनी सूरत, मोहनी मूरत, हृदय बीच समाया रे, सांवरिया मन भाया रे-२ देश में ढूँढा विदेश में ढूंढा, अंत को अंत ना पाया रे-२ सांवरिया मन भाया रे-२ काहू में अहमद, काहू में ईसा, काहू में राम कहाया रे-२ सांवरिया मन भाया रे-२ सोच कहे यकरंग पिया,
हे राम, हे राम, हे राम, हे राम… जग में साचो तेरो नाम, हे राम, हे राम, हे राम, हे राम… तू ही माता, तू ही पिता है, तू ही तू हे राधा का श्याम, हे राम, हे राम, हे राम, हे राम… तू अर्न्तायामी, सबका स्वामी, तेरो चरणों में चारो धाम, हे राम, हे
जनम सफल होगा रे बन्दे,मन में राम बसा ले मन में राम बसा ले,भोले राम आजा राम भोले राम जय राम राम के मोती को,साँसों की माला बना ले मन में राम बसा ले॥ राम पतितपावन करुनाकर और सदा सुखदाता भोले राम आजा राम भोले राम राम पतितपावन करुनाकर और सदा सुखदाता सरस सुहावन, अति