पल पल नाम जपूं में तेरा, तेरी अलख जगाऊं -2, दे दो माता दर्श के में भी, भवसागर तर जाऊं -2।। ◾️फूलों सा कोमल मेरा मन, जीवन तमस भरा है, बस तेरे इक दर्श बिना, सब कुछ धुंधला धुंधला है, माझी हूं फंस गया भंवर में, नैया पार लगा दो, भूले-भटके मेरे जैसे, सब को