श्याम तेरे ही भरोसे मेरा परिवार है, तू ही मेरी नाव का माझी, तू ही पतवार है। श्याम तेरे ही भरोंसे मेरा परिवार है।। हो अगर अच्छा माझी, नाव फिर पार होती, किसी की बीच भवर में, फिर न दरकार होती। अब तो तेरे ही हवाले, मेरा घरबार है। श्याम तेरे ही भरोंसे मेरा परिवार