बड़े बलि महान बलि वीर वर बलि-२ डंका तुम्हारे नाम का बजता गली-गली॥ बलि बलि बलि बलि, ऐ बसुर अंग बलि। सदा तुम्हारी जय हो बजरंगबली। भगवान रामचंद्र की भक्ति तुम्हे मिली। दुश्मन की तोड़ देते हो गिन गिन के तुम नली॥ रणभूमि में जिस वक़्त गदा आपकी चली। रावण के दल में मच गयी
कलयुग में सिद्ध हो देव तुम्ही, हनुमान तुम्हारा क्या कहना कलयुग में सिद्ध हो देव तुम्ही, हनुमान तुम्हारा क्या कहना। तेरी शक्ति का क्या कहना, तेरी भक्ति का क्या कहना… सीता की खोज करी तुमने, तुम सात समुन्दर पार गये। लंका को-किया शमशान प्रभु, बलवान तुम्हारा क्या कहना। तेरी शक्ति का क्या कहना, तेरी भक्ति
सुबह शाम आठो याम यहीं नाम लिए जा, खुश होंगे हनुमान राम राम किए जा। लिखा था राम नाम वो, पत्थर भी तर गए, किए राम से जो बैर, जीते जी वो मर गए, बस नाम का रसपान, ए इंसान किए जा। खुश होंगे हनुमान राम राम किए जा। राम नाम की धुन पे नाचे