श्री राम जहाँ होंगे, हनुमान वहां होंगे, दोनों जहाँ होंगे, वहां कल्याण करेंगे, हर काम बनेंगे, श्री राम जहाँ होंगे।। श्री राम का जो भी,ध्यान लगाएगा, बालाजी के दर्शन,वो ही पाएगा, प्रभु राम की भक्ति से,तुम्हे हनुमान मिलेंगे, कल्याण करेंगे,श्री राम जहाँ होंगे।। श्री राम जहां होंगे,हनुमान वहां होंगे, दोनों जहाँ होंगे,वहां कल्याण करेंगे, हर
तेरे जैसा राम भगत कोई हुआ ना होगा मतवाला, एक ज़रा सी बात की खातिर सीना फाड़ दिखा डाला। आज अवध की शोभी लगती स्वर्ग लोक से भी प्यारी, १४ वर्षों बाद राम की राजतिलक की तयारी। हनुमत के दिल की मत पूछो झूम रहा है मतवाला, एक ज़रा सी बात की खातिर सीना फाड़
लाल लाल चोला चढ़ाओ प्यारे वीर बलि हनुमान करदे वारे न्यारे जिनका सालासर में धाम जिनका मेहंदीपुर में धाम जिनका सालासर में धाम जिनका मेहंदीपुर में धाम ये तो पापी से भी पापी को पल में तारे लाल लाल चोला चढ़ाओ प्यारे वीर बलि हनुमान करदे वारे न्यारे ◾️बोलिये बजरंग बलि की जय चाहे मंगल
है बलकारी और ब्रम्हचारी, अवतारी जो नाथ भुजंगी है, कोई और नही है वो मेरा, सालासर का बजरंगी है।। ◾️संकटहर्ता मंगलकर्ता, ये बल बुद्धि का दाता है, ये बल बुद्धि का दाता है, सिया राम ही राम रटें हरदम, ये भक्त बड़ा सत्संगी है, कोई और नही है वो मेरा, सालासर का बजरंगी है।। ◾️योद्धावि
हे सालासर हनुमान, संसार ने माना है, सारे जग में नाम तेरा, तू अति बलवाना है।। ◾️कही आज तलक देखा, तुम जैसा विर नही, तुम चिर दिए सीना, नैनो में नीर नही, तुम जैसा भक्त नही, माँ ने पहचाना है, है सालासर हनुमान, संसार ने माना है।। ◾️जब देखा सीने में, तेरे राम समाया है,
हे मनवा रे मनवा,, जीवन है संग्राम, हे मनवा रे मनवा, जीवन है संग्राम, भजले राम राम राम, भजले राम राम राम, भजले राम राम राम, भजले राम राम राम, रे मनवा रे मनवा,, जीवन है संग्राम।। ◾️लोक यही परलोक यही है, यही धारा ओर व्योम, यही धारा ओर व्योम, यही पुरातन नारायण, है यही
हर मन के संकट हरता, ये संकट मोचन दाता, अरे निज भक्तो के जीवन में, ये दया का रस बरसाता।। ◾️मंगल के दिन मंगलमय है, इस मालिक की पूजा, ऐसा दिन दयालु जग में, और नहीं कोई दूजा, इसका चिंतन पल भर में, जनम जनम के मैल धुलाता, हर मन कें संकट हरता, ये संकट
हनुमान जी हनुमान जी, दया भक्तो पे करदो हनुमान जी, तेरे द्वार पे जो आए, फूल भावना के लाए, उनकी झोलियाँ भर दो हनुमान जी, हनुमान जी हनूमान जी, दया भक्तो पे करदो हनुमान जी।। ◾️हे कंचन वर्ण प्रभु रघुवर के प्यारे, दिन हिन निर्बल संग सहारे, तेरे चरण कमलो में आए पुजारी, तेरे चरण
सुनले ओ सुनले, बजरंगी सत्संगी, आया मै तेरे द्वारे, माँ अंजनी के प्यारे, आया मै तेरे द्वारे, माँ अंजनी के प्यारे, सुनले ओ सुनले।। ◾️तुम दाता सारे जग के, दर का हूँ मै भिखारी, हरते हो कष्ट सबके, अब की है मेरी बारी, पार करो तुम सबकी नैया, बन करके तुम नाथ खिवैया, देते सदा
संकट मोचन नाम है बजरंग तुम्हारा-बजरंग तुम्हारा। संकट मोचन नाम है बजरंग तुम्हारा-बजरंग तुम्हारा। उसकी विपदा टारी तूने, जिसने तुझे पुकारा॥ संकट मोचन नाम है बजरंग तुम्हारा-बजरंग तुम्हारा। लंकपुरी मेँ जाकर पता सिया का लगाया। बड़े बड़े असुरोँ को तूने मार गिराया। फल खाये, बाग उजाड़े, अक्षय को मारा॥१॥ संकट मोचन नाम है बजरंग तुम्हारा-बजरंग