जयति जय गायत्री माता,जयति जय गायत्री माता। सत् मारग पर हमें चलाओ,जो है सुखदाता॥ जयति जय गायत्री माता…। आदि शक्ति तुम अलख निरञ्जनजग पालन कर्त्री। दुःख, शोक, भय, क्लेश,कलह दारिद्रय दैन्य हर्त्री॥ जयति जय गायत्री माता…। ब्रहृ रुपिणी, प्रणत पालिनी,जगतधातृ अम्बे। भवभयहारी, जनहितकारी,सुखदा जगदम्बे॥ जयति जय गायत्री माता…। भयहारिणि भवतारिणि अनघे,अज आनन्द राशी। अविकारी, अघहरी,