गौरी सूत शंकर लाल, विनायक मेरी अरज सुनो, बैठा भागवत महा पूराण, विनायक मेरी अरज सुनो, गौरी सुत शंकर लाल, विनायक मेरी अरज सुनो।। सब देवन मे आप बड़े हो, तुमको प्रथम मनावे, घर मे गणपति सदा बिराजे, कारज शुभ करावे, संग रिद्धि सिद्धि, संग रिद्धि सिद्धि आओ आज, विनायक मेरी अरज सुनो, गौरी सुत