॥या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता नमस्तस्यै, नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥ हे महाकाली दुर्गे काली, महाकाल की महाकाली। हे महाकाली दुर्गे काली, महाकाल की महाकाली… हे महाकाली दुर्गे काली, महाकाल की महाकाली। हे महाकाली दुर्गे काली, महाकाल की महाकाली… एक चोटी पे हैं बैठे, श्री खंड महादेव। एक चोटी पे हैं बैठी, मेरी भी महाकाली…
बिगड़ी मेरी बनादे ए शेरों वाली मैया, अपना मुझे बनाले ए मेहरों वाली मैया॥ सदा पापी से पापी को भी तुम, मां भव सिंधु तारी हो, फसी मझधार में नैया को भी, पल में उबारी हो, न जाने कोन ऐसी भुल, मुझसे हो गयी मैया, तुम अपने इस बालक को मां, मन से बिसारी हो॥
मन लेके आया माता रानी के भवन में, बड़ा सुख पाया बड़ा सुख पाया, माता रानी के भवन में, जय जय माँ, अम्बे माँ, जय जय माँ, जगदम्बे माँ मैं जानू वैष्णव माता, तेरे ऊँचे भवन की माया। भैरव पर क्रोध में आके माँ तूने त्रिशूल उठाया। वो पर्बत जहां पे तूने शक्ति का रूप
पवन उड़ा के ले गयी रे मेरी माँ की चुनरिया, उड़के चुनरिया कैलाश पे पहुची, गौराजी के मन को भा गयी रे, मेरी माँ की चुनरिया। पवन उड़ा के ले गयी रे मेरी माँ की चुनरिया उड़के चुनरिया अयोध्या में पहुची माता सीता के मन को भा गयी रे मेरी माँ की चुनरिया। पवन उड़ा
निकल न जाए हाथ से तेरे मौका ये अनमोल, जय माता दी बोल बंदे जय माता दी बोल | आके देख ले सजा दरबार अम्बे रानी का, सुख वरदानी का जग कल्याणी का, देती छप्पर फाड़ के मैया झोली ले तू खोल, जय माता दी बोल बंदे जय माता दी बोल| कौन जाने कब नसीबा
अस्सी तेरे तेरे झंडेवाली माँ रखले गरीब जानके तेरे सिवा सड़ा होर न कोई, तेरे दर वाजो किते मिलदी न धोई, ऐसी नौकर तेरे झंडेवाली माँ रखले गरीब जानके, जद भी भुलावे दाती तेरे दर आवा, भगता दे नाल बह के गुण तेरे गावा, साहनु सेवा च लगा ले झण्डेवालिये रख ले गरीब जान के,
तेरे दर का मैं बनके सवाली, मैया जी तेरे दवार आ गया, मेरी अर्ज सुनो माँ झंडेवाली, मैया जी तेरे दवार आ गया। तेरे मंदिरों की मैया शोभा नयारी, दर पे जो आया कभी दीन भिखारी, गया दर से कभी न कोई खाली, मैया जी तेरे दवार आ गया…..। तेरे पुजारियों को मिले तेरा प्यार
माँ काली तूने कैसी कृपा कर डाली, माँ काली तूने कैसी कृपा कर डाली, माँ काली… नाम तेरा जप्ते जप्ते, मैं तो हुई मतवाली, माँ काली तूने कैसी कृपा कर डाली, माँ काली… काली नहीं तू गौरी है, तूने अपना ये हाल किया… संतानो के मन के काले रंग को, खुद पर डाल दिया… माँ
निकल न जाए हाथ से तेरे मौका ये अनमोल जय माता दी बोल बंदे जय माता दी बोल आके देख ले सजा दरबार अम्बे रानी का सुख वरदानी का जग कल्याणी का देती छप्पर फाड़ के मैया झोली ले तू खोल जय माता दी बोल बंदे जय माता दी बोल कौन जाने कब नसीबा बदल