मन तेरा मंदिर, आखेँ दिया बाती, होठों की है थालीयाँ, बोल फुल पाती, रोम रोम जिव्हा तेरा नाम पुकारती, आरती ओ मैया आरती, ओ ज्योतावालीये माँ तेरी आरती। हे महालक्ष्मी माँ गौरी, तू अपनी आप है जौहरी, तेरी कीमत तु ही जाने, तु बुरा भला पहचाने, ये कहते दिन और रातें, तेरी लिखी ना जाये