पायो निधि राम नाम, पायो निधि राम नाम। सकल शांति सुख निधान, सकल शांति सुख निधान॥ पायो निधि राम नाम… ◾️ सुमिरन से पीर हरै, काम क्रोध मोह जरै। आनंद रस अजर झरै, होवै मन पूर्ण काम॥ पायो निधि राम नाम… ◾️ रोम रोम बसत राम, जन जन में लखत राम। सर्व व्याप्त ब्रह्म राम,