राम राम राम भजो राम भजो भाई। राम भजन बिन, जीवन सदा दुखदायी॥ ◾️ अति दुर्लभ मनुज देह सहज ही पायी। मुर्ख रहो राम भूल, विषयन मन लायी॥ ◾️ बालकपन दुःख अनेक भोगत ही विसारी। स्त्री सुत्त धन की अपार चिंता करना नाही॥ ◾️ राम नाम जपत त्रिविद ताप जगन साई। राम नाम मंगल करन
राम प्रभु आधार जगत के, राम जीवनाधार। राम एक आदर्श हमारे,वंदन करूँ हज़ार॥ ◾️ दो अक्षर की अमोघ शक्ति, महा मंत्र है मंगल नाम। श्री राम, श्री राम, श्री राम जय राम जय जय राम॥ ◾️ अजानुबाहू, वीर धनुधर। श्यामल कान्ति, शरीर सुन्दर। सुर नर पालक, असुर संघारक। भक्त जानो के हैं विश्राम। श्री राम,
राम का गुणगान करिये, राम का गुणगान करिये। राम प्रभु की भद्रता का, सभ्यता का ध्यान धरिये॥ ◾️ राम के गुण गुणचिरंतन, राम गुण सुमिरन रतन धन। मनुजता को कर विभूषित, मनुज को धनवान करिये, ध्यान धरिये॥ ◾️ सगुण ब्रह्म स्वरुप सुन्दर, सुजन रंजन रूप सुखकर। राम आत्माराम, आत्माराम का सम्मान करिये, ध्यान धरिये॥