​देवा हो देवा, गणपति देवा, तुमसे बढ़कर कौन, स्वामी तुमसे बढ़कर कौन। और तुम्हारे भक्तजनों में, हमसे बढ़कर कौन, हमसे बढ़कर कौन।। ◾️ अद्भुत रूप ये काया भारी, महिमा बड़ी है दर्शन की, प्रभु महिमा बड़ी है दर्शन की। बिन मांगे पूरी हो जाए, जो भी इच्छा हो मन की प्रभु जो भी इच्छा हो