भक्त राज हनुमान का, सुमिरण है सुख कार, जीवन नौका को करे, भव सिन्धु से पार। संकट मोचन नाथ को, सौंप दे अपनी डोर, छटेगी दुखों को पल में, छायी घटा घनघोर। जब कष्टों के दैत्य को, लगेगा बजरंग बाण, होगी तेरी हर मुश्किल, धडियों में आसान। महा दयालु हनुमत का, जप ले मनवा नाम,
आये तेरे नवरात्रे मैया, आए तेरे नवरात्रे, कंजका पूजूँ ज्योत जगाऊँ, रोज़ करूँ जगराते मैया, आये तेरे नवरात्रे मैया, आए तेरे नवरात्रे। पहले नवरात्री खेतेरी बीजूं, धुप और दीप जलाऊँ, उसमें मैं गणपति की मैया, गौरी के दर्शन पाऊँ, कर दे कृपा दे हरियाली, ख़ुशहाली महारानी, अन्न धन जीवन के सुख सारे, तेरे द्वार से
आये तेरे भवन, देदे अपनी शरण, रहे तुझ में मगन, थाम के यह चरण। तन मन में भक्ति ज्योति तेरी, हे माता जलती रहे॥ उत्सव मनाये, नाचे गाये, चलो मैया के दर जाएँ। चारो दिशाए चार खम्बे बनी हैं, मंडप में आत्मा की चारद तानी है। सूरज भी किरणों की माला ले आया, कुदरत ने
जय जय हे शनि राज देव तेरी जय जय कार, तू ही मेरी सुख शांति है तू ही मेरा आधार। जय जय हे शनि राज देव, तेरी जय जय कार, तू ही मेरी सुख शांति है तू ही मेरा आधार। जय जय हे शनि राज देव तेरी जय जयकार-२ जय जय हे शनि राज देव
मेरी पूजा कर स्वीकार, (मेरी पूजा कर स्वीकार) माँ तेरी लाल चुनरिया ले आयी। मेरी पूजा कर स्वीकार, माँ तेरी लाल चुनरिया ले आयी। मुझे दर्शन दे इस बार, (मुझे दर्शन दे इस बार) मैं तेरे दर पे दौड़ी आयी, मेरी पूजा कर स्वीकार, (मेरी पूजा कर स्वीकार) माँ तेरी लाल चुनरिया ले आयी। मैं
मैय्या यशोदा ये तेरा कन्हैया, पनघट पे मेरी पकड़े है बैंया, तंग मुझे करता है, संग मेरे लड़ता हाय… रामजी के कृपा से मैं बची-२ गोकुल की गलियों में जमुना किनारे, वो मोहे कंकरिया छुप-छुपके मारे, नटखट अदाएं, सूरत है भोली, होली में मेरी भिगोए वो चोली, बैंया ना छोड़े, कलईयां मरोड़े, पइयां पडूँ फिर
हाथ जोड़ के खड़ी हूँ तेरे द्वार मेरी माँ-२ पूरी कर दे मुरदे एक बार मेरी माँ, तेरी कंजके बिठाऊ, पूरी हलवा खिलाऊँ, तेरी ज्योत जगाऊँ, लाल चुनरी चढ़ाऊँ। माता रानिये, ओ माता रानिये-२ हाथ जोड़ के खड़ी हूँ तेरे द्वार मेरी माँ, पूरी कर दे मुरदे एक बार मेरी माँ तेरी कंजके बिठाऊ, पूरी
हो मैं परदेसी हूँ पहली बार आया हूँ, दर्शन करने मइया के दरबार आया हूँ, हो मैं परदेसी हूँ पहली बार आया हूँ, दर्शन करने मइया के दरबार आया हूँ। ऐ लाल चुनरिया वाली बेटी, ये तो बताओ माँ के भवन जाने का रास्ता किधर से है, इधर से है या उधर से सुन रे
मैं हूॅं दासी तेरी दातिए, सुन ले विनती मेरी दातिए, मैया जब तक जियु मैं सुहागन रहूॅं, मुझको इतना तू वरदान दे।। मेरा प्राणो से प्यारा पति, मुझसे बिछड़े न रूठे कभी, माता रानी से मेरी आयु लगे ये मनोकामना है मेरी, माँ तेरे लाल की मैं हूँ अर्धागनी, मैं हूँ दासी तेरी दातिए, सुन
क्षमा करो, क्षमा करो, (क्षमा करो, क्षमा करो) मेरी भूल हुई शनि देवा (मेरी भूल हुई शनि देवा) हम आये तेरे द्वार, हम तेरी करे पुकार, प्रभु तन मन से तेरी सेवा, मेरी भूल हुई शनि देवा। (क्षमा करो, क्षमा करो) जीवन रथ का तूही सारथि, जन्म जन्म हो तेरी आरती। (जीवन रथ का तूही