Tag: Anil Nagori

लिख दो म्हारे रोम रोम मेंVerfied Lyrics 

लिख दो म्हारे रोम रोम में, राम राम हो रमापति, राम राम हो उमापति, लिख दो जय सियाराम जी। शीश पे म्हारे शिवजी लिख दो, कानो पे कन्हैया राम, नैणो में नरसिंह लिख दो, नाक पे नंदलाला राम। लिख दो म्हारे रोम रोम में, राम राम हो रमापति, राम राम हो उमापति, लिख दो जय

लहरिया लागी हरि सूं डोरVerified Lyrics 

काया नगर रे बीच में रे, लहरिया लम्बा पेड़ खजूर। चढे तो मेवा चाखले रे, पड़े तो चकना चूर। भजन में खूब रमणा रे, लहरिया हरी सू राखो हेत। प्याला भर-भर पीवणा रे, लहरिया लागी हरि सूं डोर॥ शब्द कटारी बाकड़ी रे, लहरिया गुरु गमरी तलवार। अविनाशी री फौज में रे, कदे नहीं आणो हार।

राम कहूँ के रामदे, हीरा कहूं के लाल…Verified Lyrics 

राम कहूँ के रामदे, हीरा कहूं के लाल, ज्याने मिल गया रामदेव, पल में कीन्हा निहाल। मारवाड़ रो पीर बाणीयो, जाए रे समंद री तीर रे, सामी मिलग्या धणी रामदेव, लुळ लुळ लागूँ पाव रे, मारवाड़ रो पीर बाणीयो, जाए रे समंद री तीर रे, लुळ लुळ लागे पाँव बाणीयों, लुळ लुळ लागे पाँव रे,

काया ने सिंगार कोयलिया, पर मंडली मत जइजो रेVerified Lyrics 

काया ने सिंगार कोयलिया, पर मंडली मत जइजो रे। (काया ने सिंगार कोयलिया, पर मंडली मत जइजो रे) पर मंडली रा नही भरोसा, अध बिच में रूल जावो रे। (पर मंडली रा नही भरोसा, अध बिच में रूल जावो रे) काया ने सिंगार कोयलिया… खारे समुन्द्र रो खारो पानी, वो पानी मत लाहिजो रे। (खारे