तुझसे अरज भोलेनाथ हमारीverified 

Tujse Araj Bholenath Humari

Tujse Araj Bholenath Humari

यह शिव भजन एक भक्त की भोलेनाथ से प्रार्थना है, जिसमें वह जन्म और मरण के चक्र से मुक्ति की अरज कर रहा है। भजन में जीवन के दुखों और भ्रमित माया से मुक्ति की प्रार्थना की गई है। भक्त शिवजी से यह निवेदन कर रहा है कि वे उसे संसारिक बंधनों से रिहा करें ताकि वह इस जीवन-मरण के चक्र से छुटकारा पा सके। भजन में भगवान शिव से आत्मिक शांति और मोक्ष की कामना की गई है, जो उनकी कृपा से संभव हो सकती है।

Mere bhole baba ko anaadi mat samajho. Shiv ji bhajan lyrics hindi.

तुझसे अरज भोलेनाथ
तुझसे अरज भोलेनाथ हमारी है
दे दे रिहाई, जन्म मरण से
जन्म मरण से, दाता
दे दे रिहाई
दे दे रिहाई

तुझसे बिछड़ के -2
तुझसे बिछड़ के
तुजसे मिलु में
इस क्रम में, दुःख बहुत सहु में
जन्म मरण की, भोलेनाथ कमाई है
दे दे रिहाई, जन्म मरण से
जन्म मरण से, दाता
दे दे रिहाई
दे दे रिहाई
हो हो हो…

माया ने अ -2
मति भरमाया
परिछाई से धोखा खाया
जन्म मरण की, भोलेनाथ कमाई है
दे दे रिहाई, जन्म मरण से
जन्म मरण से, दाता
दे दे रिहाई
दे दे रिहाई
हो हो हो…

तुझसे अरज भोलेनाथ
तुझसे अरज भोलेनाथ हमारी है
दे दे रिहाई, जन्म मरण से
जन्म मरण से, दाता
दे दे रिहाई
दे दे रिहाई

Add a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *