फरियाद मेरी सुनके भोलेनाथ चले आना।

फरियाद मेरी सुनके, भोले नाथ चले आना, नित ध्यान धरूँ तेरा, चरणों में जगह देना, फरियाद मेरी सुनके, भोले-नाथ चले आना।। ◾️तुझे अपना समझकर हम, फरियाद सुनाते है, तेरे दर पे आकर हम, नित अलख जगाते है, क्यूँ भूल गये भगवन, हमें समझ के बेगाना, फरियाद मेरी सूनके, भोले-नाथ चले आना।। ◾️मेरी नाव भंवर डोले,

चलो दर शेरावाली मैया के सवाली बनके।

चलो दर शेरावाली, मैया के सवाली बनके, माँ ने खोले है खजाने, ख़ुशी के धन के, चलो दर शेरावाली, मैया के सवाली बनके।। ◾️ऊँचे पर्वत पर मैया, दरबार सजा कर बैठी है, भक्तो का दुःख हरने का, वो बीड़ा उठा कर बैठी है, दाती माँ तैयार है कबसे, मन वांछित फल देने को, आशा की

एक भोली भाली कन्या पर्वत से भक्तों आई।

एक भोली भाली कन्या, पर्वत से भक्तो आई, सिर पे उसके लाल चुनरिया, नैंनन जोत समाई, हाथो में है लाल चूड़ा, पाओं मे पायल भाई, सिर पे उसके लाल चुनरिया, नैंनन जोत समाई।। ◾️कोई कहे वो वैष्णो माता, झोलियाँ भर ने वाली, कोई कहे माँ चिंतपूर्णी, चिंता हरने वाली, चरनो मे कोई गिर के बोले,

तेरी तुलना किससे करूँ माँ तुमसा और ना कोई।

तेरी तुलना किससे करूँ माँ, तेरी तुलना किससे करूँ माँ, तुमसा और ना कोई, जब जब टुटा मेरा खिलौना, मुझसे पहले तू रोई, तेरी तुलना किससे करूं माँ, तुमसा और ना कोई।। ◾️मेरे हँसने पर हँसती है, रोने पर रोती है, फिर भी मैं ये समझ ना पाया, माँ कैसी होती है, मैं खोया इस

प्रथम तुला वंदितो

प्रथम तुला वंदितो कृपाला गजानना, गणराया………4 प्रथम तुला वंदितो………… विघ्न विनाशक, गुणीजन पालक……2 दुरित तिमिर हरका……2 सुखकारक तू, दुक्खा विदारक……2 तूच तुज़्य सारखा……2 वकक्रतुण्डा ब्रम्हांड नयका……2 विनायका प्रभुराय……2 प्रथम तुला वंदितो कृपाला गजानना, गणराया ………4 प्रथम तुला वंदितो ………… सिद्धि विनायक, तूच अनंता……2 शिवात्मजा मंगला……2 सिंदूर वेदना, विद्याधीशा……2 गणाधिप वत्सला………2 तूच ईश्वर सहाय करावे ………2

पहले तुम्हे मनाये चरणों में सर झुकाये

पहले तुम्हे मनाये,चरणों में सर झुकाये, गिरिजा के लाल आओ,बिगड़ी मेरी बनाओ।। हार चढ़ाऊँ देवा,फूल चढ़ाऊँ, और चढ़ाऊँ मेवा,लड्डुवन का तोहे, भोग लगाऊँ,संत करे तेरी सेवा। पहले तुम्हें मनाये,चरणों में सर झुकाये, गिरिजा के लाल आओ,बिगड़ी मेरी बनाओ।। माता तुम्हारी देवा,पार्वती कहिये, पिता है शंकर देवा, रिद्धि सिद्धि संग में आओ, आओ गजानन आओ। पहले

देवा हो देवा गणपति देवा तुमसे बढ़कर कौन

​देवा हो देवा, गणपति देवा, तुमसे बढ़कर कौन, स्वामी तुमसे बढ़कर कौन। और तुम्हारे भक्तजनों में, हमसे बढ़कर कौन, हमसे बढ़कर कौन।। अद्भुत रूप ये काया भारी, महिमा बड़ी है दर्शन की, प्रभु महिमा बड़ी है दर्शन की। बिन मांगे पूरी हो जाए, जो भी इच्छा हो मन की प्रभु जो भी इच्छा हो मन

देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा

देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा ज्वाला सी जलती है आँखो मे जिसके भी दिल मे तेरा नाम है, परवाह ही क्या उसका आरंभ कैसा है और कैसा परिणाम है, धरती

दुःखहर्ता बनके सुखकर्ता बनके

दुःखहर्ता बनके सुखकर्ता बनके चले आना गणपति चले आना तुम विघ्नविनाशक आना इच्छा पूरी करो, हाथ सर पर धरो चले आना गणपति चले आना तुम अष्ट विनायक आना मोदक हाथ ले के, खुशीआं साथ ले के चले आना गणपति चले आना तुम भाग्य विधाता आना रिधि साथ ले के, सिधी साथ ले के चले आना

तेरे द्वार खड़ा भगवान भगत भर दे रे झोली

तेरे द्वार खड़ा भगवान हो, तेरे द्वार खड़ा भगवान, भगत भर दे रे झोली।। तेरा होगा बड़ा एहसान,  कि जुग जुग तेरी रहेगी शान, भगत भर दे रे झोली, तेरे द्वारे खड़ा भगवान, भगत भर दे रे झोली, ओ भगत भर दे रे झोली।। डोल उठी है सारी धरती देख रे, डोला गगन है सारा, भीख