मेंहदी रची थारे हाथा मे, उड रहयो काजल आंख्या मे, चुनडी रो रंग सुरंग म्हारी आमज माँ।। ◾️अरे चांद उग्यो ओ राता मे, फूल उग्यो रण बागा मे, अरे चांद उग्यो ओ राता मे, फूल उग्यो रण बागा मे, थारो ऐसो सुहाणौ रूप म्हारी दुर्गा माँ मेंहदी रची थारे हाथा मे,,,,,औहौ। ◾️अरे रूप सुहाणौ जद
दर दर का भटकना छूट गया, जबसे माँ तेरा द्वार मिला, द्वार मिला, द्वार मिला, आँखों से बहते आंसू रुके, बेटे को माँ का प्यार मिला, प्यार मिला, प्यार मिला।। ◾️मन का हर विकार गया, मिल जो द्वार गया, विपदा दूर भगी, सोइ तक़दीर जगी, मजधार में अटका बेड़ा जो, पल में लगा वो पार
माँ तू ही तू माये तू ही तू, माँ तू ही तू माये तू ही तू।। ◾️जदो अंबर दी कोई निशानी ना सी, ते हवा विच कीते री रवानी ना सी, किते बद्दल ना बारिश ना पाणी ही सी, बस सिवा तेरे कुछ भी महाराणी ना सी, जद किते कुछ ना सी, रौशनी ते हवा,
मेरा दिल अटका तेरी मूरत पे, मुझको तो किसी की खबर नही।। ◾️जब से देखा है मैने तुझे, दिल तेरा दीवाना हो ही गया, जब से देखा है मैने तुझे, दिल तेरा दीवाना हो ही गया, ◾️मेरे नैनो, मेरे नैनो को अब तेरे सिवा, कुछ और तो आता नज़र नही, मेरा दिल अटका तेरी मूरत
जा उड़ जा कालेया कांवा, उड़ मईया के भवन जाना। मेरे दिल की बातें जा के मां को बतलाना। हो राहें तेरी तकते तकते(एएएए–एएए) हो राहें तेरी तकते तकते, सारी उम्र गुजारी, आजा मां इकबारी आजा, करके शेर सवारी, मेरे घर आ मा..ता, आ दुखड़े मिटा माता-2।। मां आ…….. आओ माँ मां आ…….. आओ माँ ◾️तेरी
नाम तेरा दुर्गे मैया हो गया, दुर्गुणों का नाश करते करते। श्लोक – तुम्ही को जपते, है जग के प्राणी, ब्रम्हा विष्णु शिव भोले दानी, जगत की विपदा मिटाने वाली, नमोस्तुते माँ अम्बे भवानी, नमोस्तुते माँ अम्बे भवानी। अम्बे भवानी,,, हो ओ, अम्बे भवानी तेरा ध्यान सभी है धरते, नाम तेरा दुर्गे मैया हो गया,
फूल भी न माँगती, हार भी न माँगती, माँ तो बस भक्तो का, प्यार माँगती, बोलो जय माता दी, बोलो जय माता दी, जय माता दी भक्तो का, प्यार माँगती, बोलो जय माता दी।। जय जगदम्बे, जय जगदम्बे, जय जगदम्बे, जय जगदम्बे। ◾️ऊँचे ऊँचे पर्वतो पे, डेरा मेरी माई का, जग है दीवाना है, सारा
ऐ विघ्नहर्ता ऐ बाप्पा विघ्नहर्ता सहस्त्र भक्त जान का तू एक करता धर्ता है द्वेष मुक्त मन वह तू जिसमे वास करता इसी लिए तो सबसे पहले भोले बाप्पा मोरया रे ऐ विघ्नहर्ता ऐ बाप्पा विघ्नहर्ता तिलक तेरा है माथे पे जिसके भी निखरता धर्म की कसौटी पे हैं खरा उतरता इसी लिए तोह सबसे
बड़ी मुश्किल से आई तेरे दर, आस पूरी माँ कर देना मेरी, लिए संकट हजारो के हर, आज चिंता माँ हर लेना मेरी, बड़ी मुश्किल से आई तेरे दर, आस पूरी माँ कर देना मेरी।। ◾️तुझे सबकी खबरिया है माता, तेरे आज्ञा से चलता विधाता, किसकी किस्मत के कैसे सितारे, सभी लिखा है पास तुम्हारे,