थाली भरकर ल्याई रै खीचड़ौ, उपर घी की बाटकी, जीमो म्हारो श्याम धणी, जिमावै बेटी जाट की॥ बाबो म्हारो गांव गयो है, ना जाने कद आवैलो, ऊके भरोसे बैठयो रहयो तो, भूखो ही रह जावैलो। आज जिमाऊं तैने रे खीचड़ो, काल राबड़ी छाछ की॥ थाली भरकर ल्याई रै… बार-बार मंदिर न जुड़ती, बार-बार में खोलती,
हो हो… शेर पे सवार मेरी शेरांवाली माँ, पहाड़ों में बसी मेरी मेहरावाली माँ, रूप हैं तेरे कई ज्योता वाली माँ, नाम है तेरे कई लाता वाली माँ, जग जननी है मेरी भोली भाली माँ। हो… जग जननी है मेरी भोली भाली माँ… मेरे नैनों की प्यास बूझा दे माँ तू मुझे दर्शन दे (माँ
यहाँ वहाँ जहाँ तहाँ, मत पूछो कहाँ-कहाँ, है संतोषी माँ! अपनी संतोषी माँ-२ जल में भी थल में भी, चल में अचल में भी, अतल वितल में भी माँ। अपनी संतोषी माँ-२ बड़ी अनोखी चमत्कारिणी, ये अपनी माई राई को पर्वत कर सकती, पर्वत को राई द्धार खुला दरबार खुला है, आओ बहन भाई इस
निराले दूल्हे में, मतवाले दूल्हे में सज रहे भोले बाबा निराले दूल्हे में अरे देखो भोले बाबा की अजब है बात चले हैं संग ले कर के भूतों की बरात सज रहे भोले बाबा निराले दूल्हे में भेस निराला, जय हो, पीए भंग का पायला, जय हो सर जटा चढ़ाये, जय हो, तन भसम लगाए,
ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार, कृष्णा मेरा सुपरस्टार, सूरज चाँद सितारे गाते, नंदलाला की जय जयकार॥ वृन्दावन में है रहता कन्हैया कृष्ण कहे तो कोई बंसी बजैया इसका दरबार… नंदलाला की जय जयकार॥ थोड़ा थोड़ा गोरा थोड़ा थोड़ा काला चंदा मामा से भी प्यारा कहना है हमारा इसके बाल… नंदलाला की जय जयकार॥ गैया चराये कभी
लिया नाम जिसने भी शिवजी का मन से, उसे भोले शंकर ने अपना बनाया। खुले उस पे सब द्वार शिव की दया के, जो श्रद्धा से भोले के मंदिर में आया॥ हर हर हर महादेव की जय हो। शंकर शिव कैलाशपति की जय हो॥ चलो शिव शंकर के मंदिर में भक्तो, शिव जी के चरणों
म्हारी विनती सुनो हनुमान, धरु में थारो ध्यान, पवन के प्यारा, अंजनी के लाल दुलारा अंजनी के लाल दुलारा-2 अंजनी के लाल दुलारा, राम का प्यारा-2 1. ?सिर मुकुट गले फूलमाला,थे हो लाल लंगोटे वाला-2 थारे कुंडल झलके कान-2, चंद्र उजियारा। अंजनी के लाल दुलारा। म्हारी विनती सुनो हनुमान, धरु में थारो ध्यान,पवन के प्यारा,
जब से देखा तुम्हे, जाने क्या हो गया, ए भोलेनाथ बाबा मैं तेरा हो गया । तू दाता है तेरा, पुजारी हूँ मैं, तेरे दर का बाबा, भिखारी हूँ मैं ।-2 तेरी चौखट पे दिल, ये मेरा खो गया, ए भोलेनाथ बाबा मैं तेरा हो गया ॥-4 जब से मुझको तेरी, भोले भक्ति मिली, मेरे
सुखकर्ता दु:खहर्ता वार्ता विघ्नाची। नुरवी पुरवी प्रेम कृपा जयाची॥ सर्वांगी सुंदर उटी शेंदुराची। कंठी झळके माळ मुक्ताफळांची॥ जय देव, जय देव जय मंगलमूर्ती। दर्शनमात्रे मन कामना पुरती॥ रत्नखचित फरा तुज गौरीकुमरा। चंदनाची उटी कुमकुम केशरा॥ हिरेजडित मुकुट शोभतो बरा। रुणझुणती नूपुरे चरणी घागरिया॥ जय देव जय देव… लंबोदर पीतांबर फणिवरबंधना। सरळ सोंड वक्रतुंड त्रिनयना॥ दास